बांग्लादेश में NOSHTRI का उद्घाटन
बांग्लादेश ने 17 सितंबर 2024 को अपने राष्ट्रीय व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रशिक्षण और शोध संस्थान (NOSHTRI) का उद्घाटन किया जो राजशाही के तेरखादिया, राजपारा थाना में स्थित है। इस ऐतिहासिक उद्घाटन ने बांग्लादेश की Occupational Safety and Health (OSH) में सुधार के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। उद्घाटन समारोह में МинистерСалाहकार असिफ महमूद शोajib ब्युआइन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे, जिन्होंने व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति सामूहिक नैतिक कर्तव्य को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि NOSHTRI इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य में सुधार
इस संस्थान का उद्देश्य विशेषीकृत प्रशिक्षण और शोध कार्यक्रमों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप संचालित करना है। यह संस्थान श्रमिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान देने का लक्ष्य रखता है। NOSHTRI के उद्घाटन पर बांग्लादेश के श्रम और रोजगार मंत्रालय (MoLE) के सचिव ए.एच.एम. शफीकुज्जमां ने कहा कि व्यावसायिक सुरक्षा का महत्व बढ़ रहा है क्योंकि बांग्लादेश एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्थायी विकास के लिए कार्यस्थल की सुरक्षा आवश्यक है।
ILO का समर्थन
इस अवसर पर ILO के देश निदेशक, तूओमो पौतियाऐन ने भी अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि ILO हमेशा एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण बनाने के लिए बांग्लादेश का समर्थन करेगा। पौतियाऐन ने सरकार से अपील की कि वे कामगारों और नियोक्ताओं के संगठनों के साथ सहयोग जारी रखें और ILO के दो महत्वपूर्ण कन्वेंशनों, No. 155 और No. 187, को मंजूरी देने पर विचार करें।
समारोह में विशेष अतिथियों की उपस्थिति
यह कार्यक्रम औद्योगिक प्रतिष्ठानों और कार्यस्थलों के निरीक्षण विभाग (DIFE), श्रम और रोजगार मंत्रालय (MoLE), और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। उद्घाटन समारोह में कार्यकर्ता और नियोक्ताओं के संगठनों के प्रतिनिधि, साथ ही स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोगी भी मौजूद थे।
उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण और शोध
अब NOSHTRI के स्थापना के साथ, बांग्लादेश कार्यस्थल की सुरक्षा को उन्नत करने और वैश्विक मानकों के अनुरूप और सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। यह न केवल श्रमिकों के लिए फायदेमंद होगा बल्कि उद्योगों को भी नया मापदंड स्थापित करने में मदद करेगा। NOSHTRI विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यशालाओं, सेमिनारों और शोध परियोजनाओं का आयोजन करेगा। प्रशिक्षित पेशेवर और विशेषज्ञ यहां से उभरेंगे जो व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करेंगे।
इस संस्थान में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं और अनुसंधान सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में विभिन्न उद्योगों के जोखिमों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी और उन्हें कैसे प्रबंधित किया जा सकता है इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, NOSHTRI क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करेगा ताकि नवीनतम शोध और तकनीकों को अपनाया जा सके।
प्रभाव
इस संस्थान की स्थापना के बाद अब बांग्लादेश व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के महत्व को समझने और उसे प्राथमिकता देने में आगे बढ़ेगा। प्रत्येक उद्योग के लिए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे जो उनके विशिष्ट जोखिम और आवश्यकताओं के अनुरूप होंगे। NOSHTRI का लक्ष है कि बांग्लादेश के प्रत्येक श्रमिक को एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण मिले।
समृद्ध और सुरक्षित भविष्य की ओर
यह सुनिश्चित करने के लिए कि व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य पर पर्याप्त ध्यान दिया जाए, NOSHTRI सरकार, उद्योगों, और श्रमिक संगठनों के बीच एक सेतु का काम करेगा। संस्थान का यह कदम शक्ति और समर्पण का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य समृद्ध और सुरक्षित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ना है। आने वाले वर्षों में, NOSHTRI की भूमिका केवल प्रशिक्षण और अनुसंधान तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के मानदंडों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
UMESH DEVADIGA
ये NOSHTRI वाला जोर तो बहुत है पर असल में बांग्लादेश के फैक्टरीज़ में अभी भी बच्चे काम कर रहे हैं। इतना बड़ा इंस्टीट्यूट बनाया और बुनियादी सुरक्षा का ख्याल नहीं? 😒
Roshini Kumar
NOSHTRI... ये नाम किसने रखा? ना तो नेशनल है ना ही ऑथेंटिक। इसका मतलब है ना-ऑफिशियल स्टैंडर्ड्स हाइ टेक रिसर्च इंस्टीट्यूट? 😅
Siddhesh Salgaonkar
बांग्लादेश ने अब ये भी कर लिया? 🤯 अरे भाई, इंडिया में तो फैक्ट्री मालिक अभी भी सेफ्टी हेलमेट नहीं देते... ये लोग तो एक लैब में गैस लीक का सिमुलेशन कर रहे हैं। हम तो अभी तक ओवरटाइम का रिकॉर्ड नहीं रख पा रहे। 🤦♂️
Arjun Singh
लोकेशन राजशाही? वो जहां बारिश में रोड डूब जाते हैं? ये जो लैब बनाई वो भी फ्लड प्रोटेक्शन के साथ? ये इंस्टीट्यूट तो बनाने से पहले बाढ़ के लिए रिस्क असेसमेंट कर लेते। फिर तो असली वैल्यू है। 🧠
yash killer
हमारे देश में काम करने वाले लोगों को कोई नहीं बचाता और ये बांग्लादेशी लोग अपने लिए लैब बना रहे हैं? अच्छा हुआ कि इंडिया में अभी तक ऐसी चीज़ें नहीं बनीं। हमारी श्रमिक शक्ति अभी भी बेहतर है। 💪
Ankit khare
ILO का समर्थन? अरे भाई वो तो हमेशा बोलते हैं लेकिन कभी कुछ नहीं करते। ये नया इंस्टीट्यूट बना लिया तो अब देखोगे कि कितने बच्चे इसमें जॉब करने आएंगे और कितने बाहर के ट्रेनर्स आएंगे। ये सब नाटक है।
Chirag Yadav
असल में ये बहुत अच्छी बात है। जब तक हम श्रमिकों की सुरक्षा को बिजनेस का हिस्सा नहीं समझेंगे, तब तक ये बदलाव नहीं आएगा। अगर बांग्लादेश ये कदम उठा रहा है तो ये दुनिया के लिए एक अच्छा उदाहरण है। 🙌
Shakti Fast
इतना बड़ा कदम उठाने के लिए बांग्लादेश को बधाई! मुझे लगता है अगर ये ट्रेनिंग मॉड्यूल बहुत सरल और भाषा में होंगे तो गांवों तक पहुंचेंगे। हमें भी ऐसा कुछ चाहिए। ❤️
saurabh vishwakarma
अच्छा हुआ कि इस देश में अब ऐसे इंस्टीट्यूट्स बन रहे हैं। ये न केवल एक फिजिकल स्ट्रक्चर है बल्कि एक सांस्कृतिक रूपांतरण का प्रतीक है। जिस देश में काम करने वाले के लिए इतना सम्मान है, वो देश ही विकसित होता है।
MANJUNATH JOGI
मैंने देखा है बांग्लादेश के फैक्ट्री वाले अब रिस्क मैनेजमेंट के लिए टीम बनाने लगे हैं। ये NOSHTRI उनकी इस यात्रा का एक बड़ा हिस्सा है। हमें भी अपने देश में ऐसा कुछ शुरू करना चाहिए।
Sharad Karande
इस संस्थान की असली परीक्षा तो ये होगी कि क्या ये एक्चुअल ऑपरेशनल डेटा का एनालिसिस कर पाता है। बस ट्रेनिंग नहीं, रिसर्च भी होना चाहिए। अगर ये रिसर्च रियल-वर्ल्ड इंसिडेंट्स पर आधारित है तो ये वाकई गेम-चेंजर है।
Sagar Jadav
इस तरह के इंस्टीट्यूट्स बनाने से पहले बांग्लादेश को अपने लोगों को खाना देना चाहिए था।
Dr. Dhanada Kulkarni
यह एक अद्भुत शुरुआत है। अगर यह ट्रेनिंग केवल शहरों तक सीमित नहीं रहती और गांवों तक पहुंचती है, तो यह वास्तव में जीवन बदल सकता है। धीरे-धीरे, लेकिन दृढ़ता से।
Rishabh Sood
जब तक हम व्यक्ति के जीवन को एक ट्रेड ऑफ के रूप में नहीं समझेंगे, तब तक ये सभी संस्थान केवल एक फिल्म की तरह होंगे। काम करने वाले व्यक्ति का जीवन कभी एक आंकड़ा नहीं होना चाहिए।
Saurabh Singh
बांग्लादेश ने ये बनाया तो अब भारत क्या कर रहा है? हमारे यहां तो कामगारों को जेल में डाल दिया जाता है जब वे सुरक्षा नियमों की शिकायत करते हैं। ये सब बकवास है।
Mali Currington
क्या ये सब वाकई जरूरी था? या फिर ये सिर्फ एक फोटो शूट के लिए बनाया गया है? मैंने कभी नहीं सुना कि किसी ने इसके बारे में कुछ लिखा हो।
INDRA MUMBA
मुझे लगता है अगर हम इस इंस्टीट्यूट को एक नेटवर्क के रूप में विकसित करें जो गांवों से शहरों तक जुड़े, तो ये एक बड़ा बदलाव ला सकता है। हमें यहां तक नहीं जाना चाहिए कि ये कितना बड़ा है, बल्कि ये कितना गहरा है।
Anand Bhardwaj
अच्छा हुआ। अब देखते हैं कि ये सब एक बार फिर से बंद हो जाएगा या नहीं। ये तो हमारे देश में हर बार होता है। लेकिन अगर ये बना रहा तो अच्छा है।