बेतिया में एक अनोखी घटना, बच्चे ने कोबरा को काटकर मारा
बिहार का बेतिया जिला हाल ही में ऐसी घटना का गवाह बना जिसकी चर्चा पूरे इलाके में हो रही है। यहां सिर्फ एक साल केGovinda नाम के बच्चे ने खिलौना समझ कर कोबरा को हाथ में ले लिया। जब वह सांप उसके हाथों में लिपट गया, तो उसने डर कर उसे इतने जोर से काटा कि सांप की मौके पर ही मौत हो गई। लोग हैरान रह गए कि एक मासूम जिस पर खुद खतरा मंडरा रहा था, उसी ने अपने साहस से विषैली प्रजाति के सांप को खत्म कर दिया।
घटना के बाद Govinda अचानक बेहोश हो गया। घबराए परिवार वाले उसे फौरन नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां से उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMCH), बेतिया भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की हालत बेहद नाजुक थी, क्योंकि कोबरा का जहर कभी भी जानलेवा हो सकता था।
डॉक्टरों की राय और इलाज का असर
GMCH के डॉक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि वह भी इस मामले से चौंक गए। अमूमन कोबरा के काटने से शरीर पर तत्काल असर दिखने लगता है, लेकिन बच्चे को समय पर इलाज मिलना उसकी जान बचाने में सबसे बड़ा कारण रहा। लगातार दवा और निगरानी की वजह से उसकी हालत जल्द सुधरी। डॉक्टरों के मुताबिक, सांप के कटने के बाद बच्चा सिर्फ थोड़ी देर बेहोश रहा, कोई स्थायी नुकसान नहीं हुआ। विशेष बात यह भी रही कि कोबरा की मौत का कारण जहर नहीं, बल्कि सिर और मुंह पर लगे गहरे जख्म बने।
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि कभी-कभी छोटे बच्चों के दांत और जबड़े जोरदार होते हैं, जिससे तुलना में कमजोर सांप घायल होकर मर सकते हैं। हालांकि ऐसा वाकया बेहद दुर्लभ है।
ऐसी घटना बिहार में पहले भी देखी जा चुकी है। अगस्त 2024 में गया जिले में एक साल के बच्चे ने गैर-विषैला सांप खेलते-खेलते काट डाला था, उस केस में भी बच्चे को कोई नुकसान नहीं हुआ।
बेतिया के इस मामले ने लोगों के बीच नाग-नागिन और कृष्ण-कालिया जैसे मिथकों की चर्चा तेज कर दी है। कई लोग सोशल मीडिया पर इस घटना को चमत्कारी मान रहे हैं, लेकिन डॉक्टर इसकी हर छोटी-बड़ी तह तक जानते हैं—तेज इलाज, सही दवा और किस्मत, सबने यहां बचाव किया।
एक तरह से यह घटना एक अलार्म की तरह है, जो गांव-देहात में बच्चों की सुरक्षा और तत्काल मेडिकल मदद की अहमियत याद दिलाती है। अंत में Govinda स्वस्थ है, और उसका परिवार राहत की सांस ले रहा है।