सेमीफाइनल का सार
पेरिस में हुए फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल तक पहुँचने के बाद Carlos Alcaraz ने लोरेंज़ो मुसेट्टी को दो सेट लेकर लीड बना ली थी। चौथे सेट में मुसेट्टी को टांग में अचानक खिंचाव महसूस हुआ, जिससे वह अधूरे खेल को जारी नहीं रख सका। आधे घंटे के रेस्ट के बाद डॉक्टर ने गंभीर चोट का संकेत दिया और मुसेट्टी ने मैच को रिटायर कर दिया। इससे Alcaraz को फाइनल में प्रवेश मिल गया, जबकि मुसेट्टी को चोट की वजह से आगामी टूर्नामेंट्स से दूर रहना पड़ेगा।
सेमीफाइनल में Alcaraz ने अपने तेज़ फोरहैंड और रिटर्न खेल को बखूबी इस्तेमाल किया, जिसने मुसेट्टी को पहले दो सेट में दबाव में रखा। हालांकि, मुसेट्टी ने और भी एंगेजिंग रैली खेली और अपनी सर्विस में सुधार दिखाया, जिससे Alcaraz को थोड़ा समायोजन करना पड़ा। अंततः दर्द ने मुसेट्टी को बाधित किया, और वह कपल्चर के चिकित्सीय कारणों से बाहर हो गया।
अंतिम मुकाबले की तैयारियों की झलक
Alcaraz के फाइनल में मिलने वाला प्रतिद्वंद्वी जन्निक सिन्नर है, जो उसी वर्ष के टोरंटो एमएस में भी अलकाराज़ को हराने के बाद काफी फॉर्म में है। दोनों खिलाड़ी अब अपनी-अपनी स्ट्रैटेजी को परख रहे हैं – Alcaraz अपनी एटैक्टिक वैरायटी और कोर्ट कवरेज को बढ़ा रहा है, जबकि सिन्नर अपनी सर्विस गेम को और तीव्र बनाने पर ध्यान दे रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रेंच ओपन का फाइनल 5 सेट में तय होगा, क्योंकि दोनों में शारीरिक शक्ति और संयम दोनों की जरूरत होगी। Alcaraz की बड़ी चुनौती अब सिन्नर के मजबूत बैकहैंड और क्ले कोर्ट पर उसके ग्राउंडस्टॉक को रोकना है, जबकि सिन्नर को Alcaraz की तेज़ गति और रिटर्न को बेफिक्ऱ करना पड़ेगा।
Roshini Kumar
अरे यार ये मुसेट्टी को टांग में खिंचाव हुआ तो फिर भी दो सेट ले लिए? अलकाराज़ का खेल इतना डरावना है कि ऑपोनेंट की टांग भी डर जाती है? 😒
Siddhesh Salgaonkar
बस यही तो है आधुनिक टेनिस का रूप। अलकाराज़ ने जो फोरहैंड चलाया, वो एक रिसर्च पेपर लिखवा देना चाहिए। ये बच्चा तो टेनिस नहीं, फिजिक्स का एक लाइव एक्सपेरिमेंट है। 🤓💥
Arjun Singh
मुसेट्टी के लिए ये बहुत दर्दनाक था पर अलकाराज़ की एनर्जी देखकर लगा जैसे कोई एलेक्ट्रिक ब्लैड चला रहा हो। इसकी गति और रिटर्न्स ने तो देखने वालों के दिमाग को भी फ्रेश कर दिया। अब सिन्नर को अपनी बैकहैंड बनानी होगी नहीं तो फाइनल में धूल चटाएगा।
yash killer
भारत के बच्चे टेनिस पर ध्यान दें ये लोग दुनिया बदल रहे हैं अलकाराज़ जैसा खिलाड़ी हमारे देश में भी आएगा जब तक हम अपने खेलों को नहीं बढ़ाएंगे तो दुनिया के सामने खड़े होने का सपना देखोगे नहीं
Ankit khare
सिन्नर के बैकहैंड को रोकना अलकाराज़ के लिए एक चैलेंज है लेकिन अगर वो अपनी एटैक्टिक वैरायटी को और बढ़ा ले तो सिन्नर का ग्राउंडस्टॉक भी अपने आप टूट जाएगा। ये फाइनल तो एक ब्रेन वॉर होगा न कि बॉडी वॉर। और हाँ ये क्ले कोर्ट पर भी तो बहुत तेज़ चलता है अलकाराज़ बस अपने फूटवर्क पर ध्यान दे रहा है जो देखने लायक है
Chirag Yadav
मुसेट्टी के लिए बहुत दुख हुआ लेकिन अलकाराज़ ने जो खेला वो असली टेनिस का नमूना था। दोनों खिलाड़ियों को बहुत बधाई। अब सिन्नर के साथ फाइनल में देखना है कि कौन ज्यादा शांत रहता है। शायद ये फाइनल टेनिस के इतिहास में एक नया मोड़ बन जाए।
Shakti Fast
मुसेट्टी बहुत अच्छा खेल रहा था... उसकी रैलीज़ देखकर लगा जैसे कोई कविता लिख रहा हो। अलकाराज़ तो बस बिजली का झटका है। दोनों ने अपनी तरह से टेनिस को नया अर्थ दिया। फाइनल के लिए शुभकामनाएँ!
saurabh vishwakarma
अलकाराज़ के लिए ये फाइनल बस एक शुरुआत है। जब तक वो टेनिस को एक आध्यात्मिक अनुभव नहीं बना लेता, तब तक वो अपनी असली शक्ति का अहसास नहीं कर पाएगा। जन्निक सिन्नर एक अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन क्या वो अलकाराज़ के जैसा एक अनुभवी विचारक है? ये फाइनल तो एक दर्शन का संघर्ष होगा।