जब हेदर नाईट, इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने टॉस जीत कर पहले बॉलिंग का फैसला किया, तब गुवाहाटी के बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम में माहौल तीव्र दर्जे का हो गया। यह ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025बार्सापारा, गुवाहाटी का आठवां मैच था, जिसमें इंग्लैंड इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश को 179 रन की लक्षित राशि पर 10:08 PM IST तक पकड लिया।

पृष्ठभूमि और टॉस का महत्व

इंग्लैंड और बांग्लादेश दोनों ही टीमों ने पिछले विश्व कपों में विभिन्न ऊँच-नीच देखी थी। इंग्लैंड पिछले दो टूर्‍नामेंट में लगातार फाइनल तक पहुँच चुकी थी, जबकि बांग्लादेश ने 2021 में पहली बार क्वार्टर‑फाइनल में जगह बनाई थी। गुवाहाटी की पिच पर बॉलिंग‑मित्रता वाले स्पिनर बहुत सक्रिय होते हैं, इस कारण दोनों कप्तानों ने टॉस के बाद गहरी रणनीति बनाई। नाईट का फैसला – पहले बॉलिंग – टीम के अनुभवी कोचिंग स्टाफ की सलाह पर लिया गया, क्योंकि बांग्लादेश की स्पिनर राबिया ख़ान और शंजिदा अख़्तर मघला ने पहले मैचों में तेज़ी से ग्राउंड की पकड़ बना ली थी।

मैच का विस्तृत विवरण

मैच 3:00 PM IST पर शुरू हुआ। बांग्लादेश ने पहले 10 ओवर में 45/2 बना लिया, लेकिन अगले ओवरों में राबिया ख़ान (6.1‑ओवर) ने दो विकेट लिए और शंजिदा अख़्तर मघला ने 13.3‑ओवर में तीसरा विकेट गिराया। उनका संयोजन 15.2‑ओवर पर 78/3 तक पहुँच गया, जिससे इंग्लैंड को शुरुआती दबाव महसूस हुआ। बांग्लादेश ने कुल 179 सभी आउट पर बनाकर टार्गेट सेट किया।

इंग्लैंड का जवाब 174 रन का लक्ष्य था, और शुरुआती ओवरों में ही दो तेज़ विकेट गिरे – लिसा स्मिथ (8.2‑ओवर) और अबी हस्बी (12.4‑ओवर) ने जल्दी आउट हो गया। यहाँ पर एलिस कॉपसे ने अपने चमकते रिवर्स स्विंग से 32 रन का दृढ़ समर्थन दिया, जबकि नाईट ने निरंतर फोकस के साथ 54 रन बनाकर टीम को स्थिरता दी। 24.3‑ओवर में राबिया ख़ान के एक डिलीवरी पर कॉपसे ने शानदार चार मारा, जिससे इंग्लैंड की रेट 5.1 रन/ओवर से नीचे गिरने से बच गया। नाईट की पारी के अन्त में उन्होंने कहा, “हमारी टीम ने दबाव संभालना सीखा है, खासकर ऐसी पिच पर जहाँ स्पिनर मददगार होते हैं।”

आख़िरकार इंग्लैंड ने 179/6 पर 10:08 PM IST पर जीत हासिल की। नाईट को मैच मैन ऑफ़ द मैच घोषित किया गया, जबकि बांग्लादेश की स्पिनर राबिया ख़ान के 2 विकेट तथा 12 ओवर में 31 रन के आंकड़े भी सराहनीय रहे।

खिलाड़ियों की भूमिकाएँ और प्रमुख आँकड़े

  • हेदर नाईट – 54 रन (35 गेंद), 2 विकेट
  • एलिस कॉपसे – 32 रन (28 गेंद), 1 विकेट
  • राबिया ख़ान (बांग्लादेश) – 2 विकेट, 31 रन (12 ओवर)
  • शंजिदा अख़्तर मघला – 1 विकेट, 27 रन (9 ओवर)
  • बांग्लादेश की कुल स्कोर – 179 रन (20 ओवर)

प्रतिक्रिया और विश्लेषण

इंग्लैंड की कोचिंग टीम ने कहा कि “बांग्लादेश ने हमें कड़ी परीक्षा दी, ख़ासकर उनके स्पिनर ने शुरुआती ओवरों में दबाव बनाकर रखा। लेकिन हमारा अनुभवी मध्य‑क्रम उनके बॉलिंग का सही जवाब दे पाया।” बांग्लादेश की कप्तान शमीला अहमद ने कहा, “हमें हमारे स्कोरिंग पोर्शन को सुधारना होगा। स्पिनर का प्रदर्शन शानदार रहा, पर हमने पर्याप्त रन बना नहीं पाए।”

क्रिकट विशेषज्ञ सुशीला शर्मा का विश्लेषण: “गुवाहाटी की पिच स्पिन के लिए तैयार थी, और बांग्लादेश ने इस तथ्य का अधिकतम फायदा उठाया। इंग्लैंड ने अपनी टैक्टिकल लचीलापन दिखाते हुए धीमी गति से रफ़्तार बढ़ाने का विकल्प चुना, जिससे वे लक्ष्य तक पहुँच सके।”

आगे का रास्ता

इंग्लैंड के लिए अगली चुनौती ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ होगी, जो 8 अक्टूबर को कोलंबो में आयोजित होगी। बांग्लादेश को अपने बैटिंग लाइन‑अप में नई रणनीति अपनानी होगी, क्योंकि अब उन्हें कम से कम 200 रन बनाने की आवश्यकता होगी ताकि वे आगे के चरणों में प्रवेश कर सकें।

ऐतिहासिक तुलना

पिछले विश्व कप (2022) में इंग्लैंड ने 170 रन के लक्ष्य को 8 ओवर में हासिल किया था, जबकि बांग्लादेश ने वही लक्ष्य 12 ओवर में नहीं बना पाई। इस बार दोनों टीमों के बीच अंतराल कम रहा, जिससे प्रतियोगिता अधिक प्रतिस्पर्धी दिख रही है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

इंग्लैंड की जीत से टीम के क्रम में क्या बदलाव आएगा?

जीत के बाद इंग्लैंड की पॉइंट टेबल में पहला स्थान सुनिश्चित हो गया है। अब टीम को सिर्फ दो और मैच जीतने की जरूरत है ताकि सेमीफ़ाइनल में सीधा स्थान मिल सके। इसके अलावा, नाईट को आगे के मैचों में कैप्टन के रूप में अधिक मौखिक नेतृत्व की उम्मीद है।

बांग्लादेश के स्पिनर ने इस जीत में क्या योगदान दिया?

राबिया ख़ान और शंजिदा अख़्तर मघला ने क्रमशः दो‑दो विकेट ले कर इंग्लैंड को शुरुआती उलझन में डाल दिया। उनका मध्य‑क्रम में दबाव बनाना इंग्लैंड के स्कोरिंग रेट को धीमा कर दिया, जिससे लक्ष्य तक पहुँचने में अतिरिक्त दो‑तीन ओवर लगे। उनके आंकड़े इस दौर में बांग्लादेश की सबसे प्रभावी गेंदबाज़ी को दर्शाते हैं।

बार्सापारा क्रिकेट स्टेडियम की पिच विशेषताएँ क्या हैं?

गुवाहाटी की बार्सापारा पिच सामान्यतः तेज़रहित और स्पिन‑फ्रेंडली मानी जाती है। अक्टूबर में नमी की मात्रा ज्यादा होने के कारण बॉल मुड़ने में आसानी रहती है, जिससे स्पिनर के लिए ग्राउंड पकड़ना आसान हो जाता है। इस सीजन में पिच ने दो टॉप‑ऑर्डर बॉलिंग टीमों को चुनौती दी थी।

आगामी मैच में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान किसे अधिक चुनौती दे सकती है?

ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ी और अचूक फिनिशिंग क्षमता उन्हें प्रमुख दावेदार बनाती है, जबकि पाकिस्तान की बैटिंग लाइन‑अप में कई नई उभरती खिलाड़ियों का मिश्रण है। कोलंबो की पिच धूल‑धक्की होगी, इसलिए तेज़ बॉल वाले ऑस्ट्रेलिया को अधिक फ़ायदा मिल सकता है।

Subhranshu Panda

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।

1 टिप्पणि

  • Sunil Kunders

    Sunil Kunders

    इंग्लैंड की इस जीत को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि आधुनिक एनीलिटिक्स की धुरी अब केवल आँकड़ों में नहीं, बल्कि रणनीतिक सूक्ष्मताओं में निहित है। टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का चयन, नाइज़ की बौद्धिक वर्चस्व का प्रतीक है। बांग्लादेश की स्पिनर ने प्रारम्भिक दबाव बनाया, परन्तु इंग्लैंड ने अपने अनुभवी मध्य‑क्रम से उस दबाव को एकत्रित कर प्रतिबिंबित किया। इस प्रकार की टैक्टिकल सटीकता को आकलन करने के लिये हमें खेल के हर पहलू को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए।

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