GT vs MI एलिमिनेटर में रोहित का धमाका

मुल्लापुर के नए PCA स्टेडियम में खेले गए IPL 2025 के एलिमिनेटर मुकाबले में रोहित शर्मा ने सिर्फ मुंबई इंडियंस ही नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट के रिकॉर्ड बुक को हिला दिया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ उतरे रोहित ने महफ़िल लूट ली—यह कोई छोटी बात नहीं थी। जिस तरह रोहित ने पहले भारतीय बल्लेबाज के तौर पर IPL में 300 छक्के और 7,000 रन का आंकड़ा छुआ, उसने फैंस और विरोधी दोनों को चौंका दिया।

मैदान में उतरे रोहित जब सिर्फ 4 रन पर थे, तो जेराल्ड कोएट्जी ने उनका आसान सा कैच छोड़ दिया। बाद में कुसल मेंडिस भी उनकी एक और कैच पकड़ नहीं पाए। इन दो मिसफील्डिंग की वजह से रोहित ने बड़ी सेंचुरी तो नहीं, लेकिन तूफानी 81 रन ठोक दिए। 50 गेंदों की अपनी इस पारी में उन्होंने 9 चौके और 4 छक्के जमाए और एक बार फिर दिखाया कि IPL उनके लिए खेल का मैदान नहीं—शिकार की जगह है।

मील का पत्थर: 300 छक्के और 7,000 रन

रन बनाते-बनाते रोहित शर्मा ने ये सोचने का भी वक्त नहीं दिया कि वे किन मील के पत्थरों को पार कर चुके हैं। जैसे ही उनका बल्ला बोला, वैसे ही रिकॉर्ड गिरते चले गए। IPL में 7,000 रन बनाना महज आंकड़ा नहीं, लगातार एक दशक से ज्यादा वक्त तक टॉप लेवल पर खेलने की गवाही है। इससे पहले विराट कोहली ही ये आंकड़ा छू पाए थे। वहीं 300 छक्के मारकर रोहित ने एक मुकाम और हासिल कर लिया। IPL में इससे पहले किसी भारतीय ने नहीं किया था ये कारनामा।

उनकी स्ट्राइक रेट और बॉल्स पर कंट्रोल देखकर लग रहा था कि वह हर बॉल पर आउट करने का सपना देखने वाले गेंदबाजों के लिए बुरा सपना बन गए हैं। खास बात ये रही कि मैच के दबाव और नो-कट सवालों के बावजूद रोहित ने सिर्फ कारगर शॉट्स खेले। उन्होंने पारी के 28 गेंद में ही फिफ्टी ठोंक दी और जब तक क्रीज पर रहे, हार्दिक पंड्या की अगुआई वाली MI की जीत की कहानी लिखते रहे। यही तो असली रोहित है, जो मौके का फायदा भी उठाता है और रिकॉर्ड्स गोल्डन अक्षरों में दर्ज भी करता है।

मैच के बाद खुद रोहित ने भी माना कि वो और ज्यादा फिफ्टी लगाना चाहते थे, लेकिन उनके बल्ले से निकले 81 रन टीम को क्वालीफायर 2 में ले जाने के लिए काफी थे। पंजाब किंग्स के खिलाफ अब उनकी टीम की टक्कर है। MI की जीत को और भी भारी बना दिया रोहित की लय में वापसी ने—सीजन के प्लेऑफ में ऐसी बल्लेबाज़ी किसी विरोधी के लिए चेतावनी की तरह है।

अब जब मुंबई इंडियंस ने क्वालीफायर 2 में जगह बना ली है, सारे निगाहें फिर से रोहित पर हैं। क्या वो ये फॉर्म आगे भी बरकरार रख पाएंगे? IPL के इस मोड़ पर हर रन, हर छक्का और हर रिकॉर्ड बनता है चर्चा का फुल टॉस—और रोहित शर्मा इस चर्चा के बिल्कुल बीचोबीच हैं।

Subhranshu Panda

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।

9 टिप्पणि

  • UMESH DEVADIGA

    UMESH DEVADIGA

    रोहित ने जो किया वो बस बेहतरीन था। इतने सालों बाद भी ये फॉर्म? भाई ये तो लीगेंड है। अब तो विराट कोहली के बाद अब ये नया बादशाह है।

  • Roshini Kumar

    Roshini Kumar

    300 छक्के? ओह बाप रे... क्या बात है? मैंने तो सोचा था ये रोहित अब धीमे हो गए हैं... अरे ये तो बिल्कुल वापस आ गए हैं जैसे ब्रेकफास्ट के बाद एनर्जी ड्रिंक पी ली हो।

  • yash killer

    yash killer

    भारत के लिए ये आदमी ही असली धोनी है अब। बाकी सब बस ट्रेनिंग रूम में बैठे हैं।

  • Siddhesh Salgaonkar

    Siddhesh Salgaonkar

    लोग कहते हैं रोहित की फॉर्म गिर रही है... भाई ये तो बस फॉर्म नहीं, ये तो एक फिलॉसफी है। जब तक ये बल्ला घुमाएगा, टीम का दिल धड़कता रहेगा 💪🔥

  • Devendra Singh

    Devendra Singh

    ये सब बहुत अच्छा है, लेकिन क्या कोई ध्यान दिया कि उनकी स्ट्राइक रेट इस सीजन में 155 से ऊपर नहीं गई? ये तो बस एक रिकॉर्ड बनाने के लिए टाइम बर्बाद कर रहे हैं। रोहित ने बहुत कुछ किया है, लेकिन अब ये ज्यादा ही लग रहा है।

  • Arjun Singh

    Arjun Singh

    अरे भाई ये रोहित की फॉर्म देखकर लगता है जैसे कोई डिजिटल एनिमेशन चल रहा हो। बॉल को देखते ही बल्ला उठ जाता है, नहीं तो ये कैसे लगातार 15 साल टॉप पर रह पाता है? ये तो जीनियस है ना।

  • Ankit khare

    Ankit khare

    रोहित के बाद अब ये लोग क्या करेंगे? टीम के लिए ये जान है। बाकी सब तो बस बैठे हैं अपने ट्रॉफी देख रहे। जब तक रोहित खेलेगा तब तक मुंबई की जीत का नाम नहीं लेना।

  • Shakti Fast

    Shakti Fast

    ये बस एक खिलाड़ी नहीं, ये तो एक इंस्पिरेशन है। जब भी दुख में होता हूँ, रोहित की बल्लेबाज़ी देख लेता हूँ... फिर लगता है कि मैं भी कुछ कर सकता हूँ ❤️

  • saurabh vishwakarma

    saurabh vishwakarma

    क्या आपने कभी सोचा है कि इतने सालों तक टॉप पर रहने का मतलब है कि वो बस टैलेंट से नहीं, बल्कि एक अद्भुत दिमाग और अथक मेहनत से भी रहता है? रोहित का ये रिकॉर्ड उसकी आत्मा का प्रतीक है। बस एक बल्ला, एक टीम, और एक अदम्य इच्छाशक्ति।

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