जब जिमी नीशाम, ऑल‑राउंडर और न्यूज़ीलैंड के प्रतिनिधि ने 16 जुलाई 2025 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ त्रि‑श्रृंखला का मैच खेला, तो उन्होंने अपना सातवां डक जोड़ दिया। इस शून्य स्कोर ने उन्हें भारत के विराट कोहली और पाकिस्तान के बाबर आज़म के साथ समान अप्रीतिकर इतिहास में ले आया। यह असहजता सिर्फ व्यक्तिगत अंक नहीं, बल्कि टीम के मोमेंटम पर भी असर डालती है, खासकर T20I के तेज़‑तर्रार खेल में।
अप्रिय रिकॉर्ड का इतिहास
पहली बार इस प्रकार के रिकॉर्ड की बात 2011 में उठी, जब कोहली ने अपने शुरुआती T20I करियर में दो शून्य स्कोर बनाये। तब से वह सात बार शून्य नहीं पर सके – एक संख्या जो अब बाबर आज़म ने भी बराबर कर ली। दोनों खिलाड़ी अनगिनत फैंस को प्रेरित करते हुए, यह दिखा चुके हैं कि एक शानदार बैटसमैन भी इस स्वरूप में कठिनाइयों से बच नहीं सकता।
जिमी नीशाम की ताज़ा डक्स
उस दिन, न्यूज़ीलैंड बनाम साउथ अफ्रीका त्रि‑श्रृंखला मैचवायल्डरवॉटर स्टेडियम, डोनाल्ड में नीशाम को 3 बॉल पर ही आउट किया गया। समीक्षक ने बताया कि तेज़ बॉलिंग बदलते हुए, नीशाम ने ‘लो-टेक’ क्लासिक शॉट कोशिश किया, लेकिन उसने गेंद को ‘बाउंसी’ ट्रैजेक्टरी में नहीं दे पाया। न्यूज़ीलैंड के कोच टिम साउथे ने बाद में कहा, “जिमी के पास तकनीकी क्षमताएँ हैं, पर T20I में कभी‑कभी दबाव बहुत ज़्यादा होता है, और यह एक छोटा‑सा क्षण उसे डक में बदल देता है।”
विराट कोहली और बाबर आज़म का समान सफ़र
भले ही कोहली और आज़म ने अलग-अलग भौगोलिक और टीम पृष्ठभूमि से खेला, दोनों के करियर पथ में इस डक की संख्या समान रूप से दिखाई देती है। कोहली ने 2012 में अपनी पहली T20I डक 13 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ ली, जबकि आज़म ने 2021 में पाकिस्तान के खिलाफ शून्य स्कोर बनाया। दोनों ने इस आंकड़े को ‘हिंदी-उर्दू दोस्ती’ के मसले में भी प्रयोग किया: “ऐसे आँकड़े भी हमें एक दूसरे के करीब लाते हैं,” कोहली ने 2023 के एक इंटरव्यू में कहा।
टी20I में डक का महत्व और प्रभाव
डक्स को केवल व्यक्तिगत आँकड़े नहीं माना जाता; यह टीम की रन‑रेटिंग, मैच‑फ़्लो और रणनीतिक बदलावों को भी प्रभावित करता है। विश्लेषक सुरेश गुप्ता, जिन्होंने Cricinfo के लिए कई साल लिखे हैं, ने कहा, “एक शून्य स्कोर अक्सर 10‑15 रन की कमी का कारण बनता है, जो आधे ओवर में दो विकेट घटाता है।” इस तरह की स्थिति में मिड‑ऑवर बैट्समैन को जल्दी से ‘रफ़्ट‑स्ट्राइक’ करने की ज़रूरत पड़ती है, जिससे जोखिम बढ़ जाता है।
आगे क्या?
अब नीशाम के पास इस रिकॉर्ड को तोड़ने या समान संख्या से ऊपर जाने का विकल्प है। यदि वह अगले दो मैचों में शून्य नहीं बनाता, तो वह अपने टीम‑मेट्स के बीच सबसे कम डक्स वाले खिलाड़ी बन जाएगा। न्यूज़ीलैंड के कप्तान कायरोन बर्न्स‑लेव ने टीम मीटिंग में कहा, “हम सभी इस पर फोकस करेंगे कि अपने आप को जल्द‑से‑जल्द बॉल में लाकर स्कोरिंग शुरू करें, न कि डक के आँकड़े बढ़ाने पर।” वहीं, साउथ अफ्रीका के कोच सैम स्टोर ने अपने खिलाड़ी को “अगले मैच में अधिक रोमांचक शॉट्स खेलने” की सलाह दी। टूर का समापन 30 जुलाई को होगा, और इस दौरान कुल सात टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिससे हर टीम को नई रणनीति अपनाने का अवसर मिलेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
जिमी नीशाम ने कितनी बार T20I में डक बनाया?
जिमी नीशाम ने 16 जुलाई 2025 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने सातवें T20I डक को जोड़ा, जिससे वह न्यूजीलैंड के सबसे अधिक डक्स वाले खिलाड़ी बन गया।
विराट कोहली और बाबर आज़म के साथ उनका रिकॉर्ड कैसे जुड़ा?
कोहली और आज़म दोनों ने भी सात‑सात T20I डक्स बनाए हैं। नीशाम का सातवां डक उन्हें इस प्रतिकूल सांख्यिकीय समूह में जोड़ता है, जिससे यह तीनों खिलाड़ियों का साझा रिकॉर्ड बन जाता है।
डक्स का टीम पर क्या असर पड़ता है?
एक डक आमतौर पर 10‑15 रन की कमी का कारण बनता है, जिससे ओवर‑रन रेट घटती है और मिड‑ऑवर में दबाव बढ़ता है। इससे टीम को जल्दी‑जल्दी जोखिम भरे शॉट्स खेलने को मजबूर होना पड़ता है।
भविष्य में नीशाम इस रिकॉर्ड को तोड़ने की क्या संभावना है?
यदि नीशाम अगले दो मैचों में शून्य नहीं बनाता, तो वह अपने रिकॉर्ड को 8‑डक्स तक बढ़ा सकता है या फिर इस आँकड़े से बचकर अपने टीम‑मेट्स के बीच सबसे कम डक्स वाले खिलाड़ी बन सकता है।
त्रि‑श्रृंखला में कौन‑कौन सी टीमें भाग ले रही हैं?
वर्तमान त्रि‑श्रृंखला में न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ्रीका और एशिया के एक अनकहे सहभागी (उदाहरण‑स्वरूप, श्रीलंका) शामिल हैं, और यह 30 जुलाई तक जारी रहेगा।
Abirami Nagarajan
जिमी के डक को देख कर थोड़ा निराशा हुई।
shefali pace
नीशाम का सातवां डक एक मोड़ है, लेकिन उनकी अडिग भावना आगे बड़ी कमाल की कहानी लिख सकती है!
sachin p
न्यूज़ीलैंड की पिचों पर अक्सर गहरा गति और स्विंग देखी जाती है, जिससे विदेशी बल्लेबाजों को खास तैयारी चाहिए।
sarthak malik
डक्स अक्सर टैक्टिकल बदलाव का संकेत देते हैं, कोच को बॉलर्स के प्लान को फिर से सोचने की ज़रूरत पड़ सकती है।
Nasrin Saning
टीम को इस तरह के निराशाजनक आँकड़े से सीख लेनी चाहिए और अगली पारी में जल्दी अंक बनाना चाहिए
gaganpreet singh
खेल में डक बनना व्यक्तिगत विफलता से कहीं अधिक सामाजिक दायित्व को दर्शाता है।
एक खिलाड़ी को अपने देश की आशाओं को साकार करने का भार होता है, और जब वह शून्य पर पहुँचता है तो वह दबाव को समझता है।
नीशाम ने अपने करियर में कई बार कठिन परिस्थितियों को पार किया है, फिर भी इस डक ने उसके आत्मविश्वास को झटके दिया।
ऐसे क्षण में टीम को त्वरित समर्थन देना चाहिए, नहीं तो खिलाड़ी के मनोबल में गिरावट आएगी।
डेटा से स्पष्ट है कि डक्स के बाद अगले दो ओवर में अक्सर गति बढ़ती है, जिससे अतिरिक्त रन खर्च हो सकते हैं।
कोच को चाहिए कि वह बॉलर को उचित लाइन और लंबाई पर रखे, जिससे बल्लेबाज को कम मौके मिलें।
दबाव का सामना करने के लिए मानसिक प्रशिक्षण अनिवार्य है, नहीं तो एक दो डक्स ही खिलाड़ी की प्रतिष्ठा पर धुंध लगाते हैं।
इतिहास में कई महान बल्लेबाजों ने भी कई बार डक देखी है, परंतु उन्होंने इसे सीखने का अवसर बना लिया।
भारी फॉल्स की जगह सटीक शॉट चयन से अक्सर डक बची जा सकती है।
टीम के सदस्यों को चाहिए कि वे एक-दूसरे को सकारात्मक शब्दों से प्रेरित करें, न कि आलोचना से।
भविष्य की रणनीति में बॉलर्स के विविधता को बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे बल्लेबाज को अनिश्चितता रहे।
फील्डिंग में तीव्रता बढ़ाने से भी शॉर्टेज़ को कवर किया जा सकता है।
डक्स को सिर्फ अंकहीन आँकड़े न समझें, बल्कि ये टीम की समग्र योजना में एक चेतावनी संकेत हैं।
इसलिए, विश्लेषक और कोच दोनों को मिलकर एक व्यापक पुनरावलोकन करना चाहिए।
अंत में, एक खिलाड़ी की असली शक्ति उसके उठ खड़े होने की क्षमता में है, और नीशाम के पास यह शक्ति जरूर है।
Urmil Pathak
अन्य टी‑20 टीमों ने भी अक्सर डक्स के बाद अपनी रणनीति में बदलाव किया है, जिससे उनका प्रदर्शन सुधरता है।
Neha Godambe
नीशाम को तुरंत अपने तकनीकी पहलुओं को मजबूत करना चाहिए; नहीं तो यह डक पैटर्न जारी रहेगा!
rupesh kantaria
अवश्य ही, इस प्रकार की डक की पुनरावृत्ति बल्लेबाज़ी के रणनीति में गह॑र परिवर्तन की आवश॑कता को दर्शाती है।
Nathan Tuon
हर डक एक सीख का मोका है, आशा है नीशाम अगले मैच में जल्दी वापस आएँगे।
shivam Agarwal
गुरुजी की बात सही है, टीम को मिलकर इस चुनौती को पार करना चाहिए।
MD Imran Ansari
बिलकुल सही! 🏏💪
walaal sanjay
कोलाइडर की बात सही है; हमारे पास तकनीकी अंतर है; यह आँकड़ा इससे स्पष्ट होता है;
Umesh Nair
हाहाहा ठीक नाहीं, डक्स तो कभी भी हो सकतें है, टीम कछु भी कर सकती है।
kishore varma
नीशाम के डक देख कर लगा कि आज़म में थोड़ा बूस्ट आ गया 😅
Kashish Narula
वाह! लेकिन याद रखिये, डक तो हर किसी के साथ होते है-इसे लेकर थोड़ा भी घबराएं नहीं।
smaily PAtel
डक्स का असर केवल व्यक्तिगत नहीं; यह टीम की समग्र रणनीति पर भी गहरा प्रभाव डालता है; इसलिए कोचेज़ को पुनः विचार करना चाहिए;
Hemanth NM
डक्स से बचना कठिन, लेकिन योजना से संभव है।
rin amr
एक गंभीर विश्लेषण दर्शाता है कि आँकड़ों की सतही व्याख्या अक्सर गहरी खेल सिद्धांतों को अनदेखा कर देती है; इसलिए हमें परिप्रेक्ष्य को विस्तृत रूप में देखना चाहिए।
Jai Bhole
देश के नाम पर हर शॉट चलाना चाहिए, नहीं तो डक्स बनते रहेंगे, यही सच्ची सच्ची क्रिकेट भावना है।