मैच का रोमांचक अंदाज़

8 फरवरी 2025 को, सैंटियागो बर्नब्यू स्टेडियम में रियल मैड्रिड और एटलेटिको मैड्रिड के बीच हुई मैड्रिड डर्बी में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रहीं। रियल और एटलेटिको के बीच इस मुकाबले में दर्शकों को फुटबॉल के कई रोमांचक पल देखने को मिले। खेल की पहली छमाही के आखिरी क्षणों में, जूलियन अल्वारेज़ ने एटलेटिको के लिए एक पेनल्टी से गोल किया। यह पेनल्टी रियल के डिफेंडर एडर मिलिटाओ द्वारा हुए हैंडबॉल के कारण मिली।

वापस जवाब में, काइलियन म्बाप्पे ने शानदार फिनिश के साथ रियल मैड्रिड को 56वें मिनट में बराबरी पर ला दिया। यह गोल विनीसियस जूनियर के शानदार क्रॉस पर किया गया था। मबाप्पे के इस गोल से रियल के फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई।

जरूरी अंक और तालिका पर प्रभाव

जरूरी अंक और तालिका पर प्रभाव

इस बराबरी के मैच में दोनों टीमों ने जोरदार खेल दिखाया जहां दोनों पक्षों ने उच्च पजेशन बनाए रखा और कई मौके बनाए। एटलेटिको की ओर से किया गया गोल जूलियन अल्वारेज़ का इस सीजन का आठवां गोल था, जबकि म्बाप्पे का यह सत्र का 18वां गोल था।

ड्रा के बाद, रियल मैड्रिड ला लिगा तालिका में शीर्ष पर विराजमान रहा, जबकि एटलेटिको तीसरे स्थान पर बना रहा। इस परिणाम का खिताब दौड़ में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा, जहां बार्सिलोना अब रियल मैड्रिड से पांच अंक पीछे है।

Subhranshu Panda

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।

10 टिप्पणि

  • saurabh vishwakarma

    saurabh vishwakarma

    ये मैड्रिड डर्बी तो बस एक फुटबॉल मैच नहीं, ये तो एक नाटक है। अल्वारेज़ का पेनल्टी? बिल्कुल धोखा। और म्बाप्पे का गोल? वो तो बस एक बड़े बच्चे का नाच है। ये खिलाड़ी अपनी ताकत से नहीं, बल्कि नियमों के अंधेरे में खेलते हैं।

    हमारे देश में तो बच्चे गाँव की मिट्टी में फुटबॉल खेलते हैं, यहाँ तो कमरे में बैठे हुए अमीरों के बच्चे बिल्लियों की तरह चलते हैं।

  • MANJUNATH JOGI

    MANJUNATH JOGI

    अल्वारेज़ का गोल एक अद्भुत उदाहरण है कि टैक्टिकल डिसिप्लिन कैसे एक बार फिर बर्नब्यू के दरवाज़े पर चढ़ जाती है। और म्बाप्पे का रिस्पॉन्स? एक एक्सपोनेंशियल एक्सप्रेशन ऑफ़ फिजिकल एक्सेलरेशन और टाइमिंग एक्यूरेसी।

    ये डर्बी बस दो टीमों के बीच नहीं, बल्कि दो फिलॉसफीज़ के बीच है - एटलेटिको की ऑर्गनाइज्ड डिफेंस और रियल की एटैक-बेस्ड प्रेशर। ये फुटबॉल नहीं, ये एक सांस्कृतिक डायलॉग है।

  • Sharad Karande

    Sharad Karande

    म्बाप्पे के गोल का एनालिसिस करें तो विनीसियस का क्रॉस एक फाइनल फ्रीक्वेंसी ऑफ़ 12.3 मीटर/सेकंड के वेक्टर में था, जिसे म्बाप्पे ने 0.8 सेकंड में रिसीव किया और फिनिश किया। ये फिजिकल इंटेलिजेंस का चरमोत्कर्ष है।

    और अल्वारेज़ का पेनल्टी? एडर मिलिटाओ की हैंडबॉल एक डिफेंसिव लाइन ब्रेक का क्लासिक एक्साम्पल था - टाइमिंग और स्पेस कंट्रोल का निर्माण नहीं, बल्कि अवैध फोर्स एप्लीकेशन।

  • Sagar Jadav

    Sagar Jadav

    फुटबॉल में गोल नहीं, नाटक हो रहा है।

  • Dr. Dhanada Kulkarni

    Dr. Dhanada Kulkarni

    हर गोल के बाद जो खुशी दिख रही है, वो बस एक आवाज़ है - लेकिन उसके पीछे लाखों लोगों की उम्मीदें हैं। अल्वारेज़ ने जो किया, वो एक अनुभवी खिलाड़ी का काम था। म्बाप्पे ने जो जवाब दिया, वो एक भविष्य के बादशाह का इशारा था।

    इस ड्रा का मतलब ये नहीं कि कोई हारा, बल्कि ये कि दोनों टीमों ने अपनी आत्मा को खेल में डाल दिया।

  • Rishabh Sood

    Rishabh Sood

    ये मैच केवल एक गोल और एक पेनल्टी की बात नहीं है। ये तो आधुनिक मानवता के दो रूपों का संघर्ष है - एक जो नियमों के भीतर जीतना चाहता है, और दूसरा जो नियमों के बाहर भी जीतने की कोशिश करता है।

    अल्वारेज़ ने अपने दिल से गोल किया, म्बाप्पे ने अपने दिमाग से। और हम? हम बस दर्शक हैं - जो बार-बार उसी नाटक को देखकर खुश हो रहे हैं।

  • Saurabh Singh

    Saurabh Singh

    रियल के फैंस तो बस अपने बारे में बात करते रहते हैं। म्बाप्पे का गोल? बस एक अच्छा फिनिश। लेकिन अल्वारेज़ का गोल? वो तो एक विजय है - जो टीम के लिए जीत का दरवाजा खोल दिया।

    एडर मिलिटाओ को रियल ने बाहर कर देना चाहिए था। ये खिलाड़ी तो बस एक बड़ा बेकार है।

  • Mali Currington

    Mali Currington

    अल्वारेज़ ने पेनल्टी मारा, म्बाप्पे ने बराबरी कर दी। अब दोनों टीमें बराबर हैं। जैसे दो दोस्त जिन्होंने एक साथ डिनर का बिल बांट लिया।

    अब बस ये बाकी है कि कौन चाय पीने जाएगा।

  • INDRA MUMBA

    INDRA MUMBA

    ये डर्बी तो एक रंग-बिरंगा राजस्थानी झंडा बन गया - एटलेटिको की लाल-सफेद लगातार धुंधली हो रही थी, और रियल का सफेद चमक रहा था।

    अल्वारेज़ का गोल एक गुलाबी आंखों वाले बच्चे की मुस्कान थी, और म्बाप्पे का गोल? वो तो एक गाँव के ताले का बंद होना था - जब सारे लोग उम्मीद छोड़ चुके थे।

    अब ये ड्रा दोनों के दिलों में एक नया गीत बन गया - जिसे हम अगले डर्बी तक गुनगुनाएंगे।

  • Anand Bhardwaj

    Anand Bhardwaj

    म्बाप्पे का गोल तो बहुत अच्छा था। लेकिन अल्वारेज़ का पेनल्टी? अगर मैं एडर मिलिटाओ होता, तो मैं अपने बैग में एक बोतल वाटर डाल लेता।

    क्योंकि जब तक तुम गेंद को हाथ से नहीं छूते, तब तक तुम बस एक खिलाड़ी हो। लेकिन जब तुम उसे छू लेते हो... तो तुम एक नाटक के नायक बन जाते हो।

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