पुरी रथ यात्रा का शुभारंभ और इसका महत्व

पुरी, ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा का शुभारंभ 7 जुलाई 2024 को हुआ। यह यात्रा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियों को विशाल रथों पर विराजमान कर सड़कों पर खींचा जाता है। इस साल की यात्रा 1971 के बाद से पहली बार खगोलीय व्यवस्थाओं के कारण दो दिवसीय होगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सहभागिता

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस पवित्र यात्रा में सम्मिलित होंगी, जिससे भक्तों के उत्साह में और वृद्धि हो गई है। ओडिशा सरकार ने उनके दौरे के लिए विशेष प्रबंध किए हैं, जिसमें विशिष्ट वीआईपी क्षेत्र और राष्ट्रपति के लिए एक बफर क्षेत्र शामिल है। यह उनके प्रति जनता के प्यार और आस्था का प्रतीक है।

विशेष व्यवस्थाएं और सुरक्षा प्रबंध

विशेष व्यवस्थाएं और सुरक्षा प्रबंध

ओडिशा सरकार ने इस विशाल आयोजन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। भीड़ और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 180 प्लाटून सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी कैमरे भी रणनीतिक स्थानों पर लगाए गए हैं ताकि सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।

अत्यधिक गरमी और नमी वाली स्थितियों में भीड़ को ठंडक पहुंचाने के लिए आग सेवा विभाग ने 46 आधुनिक अग्निशमन टेंडरों को तैनात किया है, जो भीड़ पर पानी का छिड़काव करेंगे।

रथ यात्रा का मार्ग और अनुष्ठान

यह यात्रा जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर गुंडीचा मंदिर तक जाती है, जो लगभग 3 किलोमीटर की दूरी को कवर करती है। इस दौरान अनेक अनुष्ठान होते हैं, जिनमें 'नबजौबन दर्शन' और 'नेत्र उत्सव' भी शामिल हैं, जिन्हें इस बार एक ही दिन में पूरा किया जाना है।

अनुमानित भीड़ और भक्तों का जोश

अनुमानित भीड़ और भक्तों का जोश

रथ यात्रा में इस साल 10 से 15 लाख भक्तों के सम्मिलित होने की उम्मीद है। भक्तों का जोश और उमंग देखते ही बनता है। भगवान जगन्नाथ की इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और इस आयोजन का आनंद लेते हैं।

समारोप

पुरी रथ यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सहभागिता से इस साल की यात्रा और भी खास हो गई है। सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के साथ-साथ अनुयायियों की भक्ति और उत्साह ने इस आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

अर्जुन चौधरी

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।
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