परिणाम का विवरण और अभिगम प्रक्रिया
स्टाफ सेलेक्शन कमिशन ने 17 जून 2025 को SSC GD Constable Result 2025 आधिकारिक तौर पर जारी किया। लाखों अभ्यर्थियों ने इंतजार किया, अब सभी को राहत मिली क्योंकि परिणाम सीधे ssc.gov.in पर PDF फॉर्मेट में उपलब्ध है। साइट पर लॉग‑इन की जरूरत नहीं है; रोल नंबर डालते ही नाम और मार्क्स देखे जा सकते हैं।
परीक्षा फरवरी 4 से 25 तक देश भर के कई केन्द्रों में कंप्यूटर‑बेस्ड मोड में ली गई थी। इस बार प्रश्नपत्र तीन भाषाओं—अंग्रेज़ी, हिन्दी और 13 क्षेत्रीय भाषाओं—में उपलब्ध थे, जिससे अधिक उम्मीदवारों को अपनी सुविधा अनुसार लिखने का अवसर मिला।
कटऑफ़ मार्क्स और मेरिट लिस्ट की पूरी जानकारी
परिणाम पत्र में केवल नाम नहीं, बल्कि वर्ग‑अनुसार कटऑफ़ मार्क्स और मेरिट लिस्ट भी दी गई है। नशा नियंत्रण ब्यूरो (NCB) के लिए कटऑफ़ 102.74 (ESM) से 147.42 (UR) तक रहा, जबकि स्पेशल सेक्योरिटी फोर्स (SSF) में 78.94 (ESM) से 144.93 (UR) तक के स्कोर आवश्यक थे। यह अंतर विभिन्न बलों की कठिनाई स्तर और नियावादी मानदंडों को दर्शाता है।
साक्षात्कार में भाग लेने के लिए न्यूनतम अंक निर्धारित किए गए हैं: सामान्य (UR) उम्मीदवारों को 30% सफल होना आवश्यक है, OBC/ EWSके लिये 25% और SC/ ST/ PwD/ अन्य वर्गों के लिए 20%। इन शर्तों को पूरा करने वाले अभ्यर्थी ही अगले चरण—फिजिकल इफिशिएंसी टेस्ट (PET), फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (PST) और मेडिकल एग्ज़ामिनेशन—में प्रवेश पाएंगे।
कुल 151,903 जनरल, 77,977 OBC, 25,270 EWS, 54,215 SC, 40,764 ST और 1,423 ESM उम्मीदवार अपने‑अपने वर्ग में कटऑफ़ से ऊपर रहे। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इस बार चयन प्रक्रिया में विविधता कितनी बढ़ी है।
आगे क्या होगा? परिणाम घोषित होते ही एसएससी व्यक्तिगत स्कोरकार्ड और अंतिम उत्तर कुंजी जारी करेगा। साथ ही, अभ्यर्थियों को पीईटी, पीएसटी और मेडिकल परीक्षा के शेड्यूल की भी जानकारी दी जाएगी। यदि कोई उम्मीदवार अपना अंक या उत्तर कुंजी से असंतुष्ट है, तो अपील की अंतिम तिथि पहले ही बीत चुकी है (मार्च 9, 2025)।
सहायता के लिए उम्मीदवार 011-24363343 पर एसएससी हेल्पडेस्क से संपर्क कर सकते हैं। यह परिणाम घोषणा उन हजारों युवाओं के लिये एक महत्वपूर्ण कदम है जो राष्ट्रीय सुरक्षा बलों में अपनी करियर बनाने का सपना देखते हैं।
Mali Currington
बस एक लिस्ट दिख गई, अब कौन जाएगा PET? अगर तुम्हारा वजन 70kg से ज्यादा है तो बाय-बाय, वो भी बिना बताए।
INDRA MUMBA
ये रिजल्ट सिर्फ एक नंबर नहीं, ये एक नया जीवन शुरू करने का दरवाज़ा है। जिन्होंने अपने घर के पीछे दीवार पर नोट्स चिपकाए थे, जिन्होंने सुबह 4 बजे उठकर गाँव के मंदिर के सामने पढ़ाई की - आज वो दिन याद आ रहे हैं। एसएससी ने इस बार क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल किया, ये न्याय है। अब जो बच्चे अंग्रेजी नहीं बोलते, वो भी देश की सुरक्षा में हिस्सा बन सकते हैं। ये सिस्टम का रिफॉर्म है, न कि सिर्फ रिजल्ट।
Anand Bhardwaj
कटऑफ़ UR 147 है? मतलब तुम्हारे पास जो भी है, वो बस एक फोटो है - असली जिंदगी तो PET से शुरू होती है।
RAJIV PATHAK
इतनी बड़ी भीड़ में 151K जनरल कैंडिडेट्स? वाह। मैंने सोचा था ये एग्जाम बहुत ही चुनौतीपूर्ण है, लेकिन अब पता चला कि ये तो एक बड़ा बैचलर पार्टी है। जिन्होंने 147 मार्क्स किए, उनका जीवन अब एक एमबीए के बराबर हो गया।
Nalini Singh
इस घोषणा को एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें शिक्षा के समानांतर राष्ट्रीय सेवा की ओर बढ़ने का दरवाज़ा खुला है। विविधता के संदर्भ में SC/ST/EWS के प्रतिशत में वृद्धि एक धार्मिक और सामाजिक उत्कृष्टता का संकेत है। इस प्रक्रिया के माध्यम से भारत की जनता की वास्तविक शक्ति का प्रतिबिंब मिलता है।
Sonia Renthlei
मैंने अपने भाई को ये रिजल्ट दिखाया, वो तो बस रो रहा था - उसकी माँ ने तीन साल तक चावल की बोरी बेचकर उसकी पढ़ाई का खर्च चलाया। जब उसने अपना नाम देखा, तो उसने फोन रख दिया और बस खिड़की से बाहर देखने लगा। मैंने उसे बताया - ये सिर्फ एक नंबर नहीं, ये तुम्हारी माँ के आँसुओं का फल है। अब जो लोग बोलते हैं कि ये सिस्टम बेकार है, उन्हें ये दृश्य दिखाना चाहिए। PET के लिए तैयारी शुरू करो, लेकिन अपने आप को न भूलो। तुम बस एक अभ्यर्थी नहीं, तुम एक कहानी हो।
Devendra Singh
अरे यार, ये 102.74 ESM कटऑफ़? तुम्हारे लिए ये ज़रूरी है? तुम्हारे लिए तो ये बस एक ट्रेन का टिकट है - बाकी सब तो बाद में आएगा। और ये लिस्ट देखकर लगता है जैसे किसी ने अपने दोस्त के नाम भी डाल दिए।
UMESH DEVADIGA
अरे भाई, ये जो 147 बनाया है, वो तो अपने घर के बाहर बैठकर भी फेल हो जाता। इतना ज्यादा बनाने वाले को तो PET में एक घूंट लगाना चाहिए - नहीं तो ये लोग आगे जाकर टैंक चलाएंगे और बाहर गिर जाएंगे।
Roshini Kumar
कटऑफ़ UR 147.42? ये नंबर तो टाइपो है - वैसे भी SSC लोगों को गणित नहीं आती, वो तो अपने चाचा के बेटे को नियुक्त करते हैं। मैंने अपने दोस्त को देखा जिसने 149 मार्क्स किए, लेकिन नाम नहीं आया - अब तो ये सब बकवास है।