चक्रवात फेंगल – क्या हुआ, अब क्या करें?

हाल ही में भारत के कई हिस्सों में चक्रवात फेंगल ने अपनी लहरें छोड़ी हैं। हवा की तीव्रता, बारिश की मात्रा और समुद्री लहरों ने कई शहरों में असहज माहौल बना दिया है। इस लेख में हम फेंगल की वर्तमान स्थिति, उसके प्रभाव और सबसे जरूरी बचाव उपायों पर बात करेंगे, ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रह सके।

चक्रवात फेंगल की वर्तमान स्थिति

फेंगल अब समुद्र से दूर होकर जमीन के करीब आया है, लेकिन अभी भी बहुत तेज़ हवाएं चल रही हैं। भारत के तटीय राज्य जैसे ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ की खबरें आ रही हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में बारिश की मात्रा 200 mm तक पहुंच सकती है, इसलिए पानी के स्तर पर नज़र रखें।

अगर आप इन क्षेत्रों में हैं तो स्थानीय रेडियो, टेलीविज़न या सरकारी ऐप्स से अपडेट लेते रहें। अक्सर खबरों में लिखा होता है कि प्रभावित जिलों में बिजली कट जाती है, इसलिए फिचर फ़ोन या पोर्टेबल चार्जर तैयार रखें।

सुरक्षा और बचाव के प्रमुख उपाय

सबसे पहले, घर के बाहर निकलने का कारण जरूरी हो तभी निकलें। अगर आप बाहर हैं, तो सबसे सुरक्षित जगह के बरामदे या उच्च मंजिल पर जाएँ। भारी वस्तुएँ जैसे पंखा, टेबल या प्लास्टिक के बक्से हवा में उड़ सकते हैं, इसलिए उन्हें अंदर रख दें या सुरक्षित जगह पर रखें।

बारिश के बाद बाढ़ का जोखिम बढ़ जाता है। अगर पानी आपके दरवाजे तक पहुँच रहा है, तो रेत या कपड़े से दरवाजा बंद कर दें और घर में फ़्लोटिंग वस्तु रखें। फावड़े या बाल्टी से पानी निकालते समय सावधानी रखें, तेज़ बहाव में फिसलन हो सकती है।

खाद्य और पानी की आपूर्ति भी एक बड़ी चिंता होती है। घर में दो दिन की पर्याप्त बोतल वाली पानी की बोतलें, अनाज, चावल और आधा कच्चा सामान रखें। अगर बिजली कटती है तो गैस सिलिंडर सुरक्षित स्थान पर रखें और लाइट के लिए टॉर्च या एलईडी लैंप तैयार रखें।

बचाव कर्मियों की आवाज़ सुनें। अगर स्थानीय अधिकारी ने खतरनाक क्षेत्र खाली करने को कहा है, तो तुरंत निकलें। अपने पड़ोसियों के साथ संपर्क बनाकर सहायता का नेटवर्क तैयार रखें, खासकर बुजुर्ग और बच्चों वाले घरों के लिए।अंत में, फेंगल के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए साफ़ पानी पिएँ और खाने से पहले अच्छी तरह धोएँ। यदि पानी का रंग या गंध बदल जाए तो उसे न पीएँ, क्योंकि इसमें बैक्टीरिया हो सकते हैं।

इन सरल लेकिन प्रभावी कदमों से आप चक्रवात फेंगल के प्रभाव को कम कर सकते हैं। अपडेटेड रहें, तैयार रहें और सुरक्षित रहें।

चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का खतरा: तमिलनाडु और पुडुचेरी पर संभावित प्रभाव

चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का खतरा: तमिलनाडु और पुडुचेरी पर संभावित प्रभाव

बंगाल की खाड़ी में तीव्र हो रहा चक्रवात 'फेंगल' जल्द तमिलनाडु और पुडुचेरी के उत्तरी तट पर लैंडफॉल करेगा। इस दौरान हवा की गति 75-80 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में इन क्षेत्रों में भारी वर्षा हो सकती है। प्रशासन ने तटीय वासियों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।

Subhranshu Panda नवंबर 29 2024 0