शूटिंग प्रतियोगिता – क्या है, कब होती है और कैसे तैयार हो सकते हैं?
शूटिंग प्रतियोगिता वो इवेंट है जहाँ शूटर अपने लक्ष्य पर गन या राइफल से निशाना लगाते हैं और अंक कमाते हैं. भारत में राष्ट्रीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक कई टूर्नामेंट होते हैं, जैसे नेशनल शूटरस चैम्पियनशिप, एसजीपी ट्रॉफ़ी, और ऑलिंपिक क्वालिफायर्स. अगर आपको इस खेल में दिलचस्पी है तो सबसे पहले समझना जरूरी है कि कौन‑सी रेंज, कौन‑से कैलिबर और कौन‑से रूल बुक लागु होते हैं.
शूटिंग प्रतियोगिता के प्रमुख प्रकार
शूटिंग को दो बड़े समूह में बाँटा जाता है – राइफल/पिस्टल और शॉटगन.
राइफल/पिस्टल: 10 मीटर एयर‑राइफल, 25 मीटर पिस्टल, 50 मीटर राइफल जैसे इवेंट होते हैं. यहाँ शूटर को स्थिरता और ब्रीदिंग पर ध्यान देना पड़ता है. हर शॉट में ग्रुपिंग और सटीकता का स्कोर तय होता है.
शॉटगन: ट्रैप, डबल ट्रैप और स्क्यूट में शॉटगन का प्रयोग होता है. इनमें लक्ष्य उड़ते हुए आते हैं, इसलिए तेज़ प्रतिक्रिया और सही ट्रैकिंग जरूरी है.
प्रत्येक इवेंट की अलग‑अलग दूरी, लक्ष्य का आकार और रूल होते हैं, इसलिए प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले उस इवेंट के स्पेसिफिक गाइड पढ़ना फायदेमंद रहता है.
शूटिंग प्रतियोगिता में कैसे भाग लें?
सबसे पहले आपको रजिस्टर्ड शूटर बनना पड़ेगा. अधिकांश राज्य एशिया शूटर एसोसिएशन (एसएसए) या राष्ट्रीय शूटर संघ (एनएसएस) में सदस्यता लेनी होती है. इसके बाद निकटतम रेंज पर जाकर ट्रेनिंग शुरू करें. शुरुआती लोगों को रेंज पर कोच के साथ बुनियादी ब्रीदिंग, सेंस और ट्रिगर कंट्रोल सीखना चाहिए.
उपकरण की बात करें तो बेसिक पिस्टल या राइफल, उचित लेज़र प्रोटेक्टर्स, और आरामदायक बूट जरूरी हैं. महंगा गियर जरूरी नहीं, जब तक वो रेंज के मानकों को पूरा करता हो.
ट्रेनिंग प्लान में हर हफ़्ते कम से कम दो सत्र रखें. पहले सत्र में फॉर्म और ब्रीदिंग, दूसरे सत्र में मॉक शॉट्स और टाइमिंग. हर सप्ताह के अंत में अपना स्कोर रिकॉर्ड करें, ताकि प्रगति को ट्रैक कर सकें.
जब आपका स्कोर स्थानीय क्वालिफ़ाइंग मानकों तक पहुँच जाये, तो आप राज्य लेवल के सेलेक्शन ट्रायल में हिस्सा ले सकते हैं. सफल होने पर राष्ट्रीय टीम में जगह बनती है और फिर अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स के लिए चुनवाँ हो जाता है.
ध्यान रखें, शूटिंग में मानसिक स्थिरता बहुत बड़ी भूमिका निभाती है. प्रतियोगिता के दिन पर्याप्त नींद, हल्का भोजन और रेगुलर वॉर्म‑अप रूटीन आपके शॉट्स को बेहतर बना सकते हैं.
अगर आप सिर्फ़ दर्शक बनकर भी ट्रैक रखना चाहते हैं, तो नेपाल में होने वाले शूटिंग फेस्टिवल या भारत में आयोजित वार्षिक इवेंट की इन‑टिकिट बुकिंग तुरंत कर लें. आपको रियल‑टाइम स्कोर, एथलीट्स की इंटरव्यू और एक्सपर्ट एनालिसिस मिलती है, जिससे आप अपने ज्ञान को अप‑टू‑डेट रख सकते हैं.
संक्षेप में, शूटिंग प्रतियोगिता में भाग लेना या उनके बारे में अपडेट रहना दोनों ही आसान है – सही रजिस्ट्रेशन, नियमित प्रैक्टिस और इवेंट की जानकारी रखें. अब देर न करें, निकटतम रेंज पर जाएँ और अपना पहला शॉट लगाएँ!
तुर्की शूटर यूसुफ दीकेक: 2024 ओलंपिक्स में वायरल हीरो
तुर्की के पिस्टल शूटर यूसुफ दीकेक 2024 पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर सोशल मीडिया पर सनसनी बन गए हैं। 51 वर्षीय दीकेक ने कबूल किया कि इस जीत में उनके दल की मेहनत का नतीजा है। तुर्की ने पहली बार ओलंपिक शूटिंग में मेडल जीता है।