UFC सऊदी अरब परिणाम: व्हिटेकर बनाम अलीसकेरोव कार्ड के विजेता और हारने वाले
रियाद, सऊदी अरब में आयोजित UFC इवेंट ने MMA प्रेमियों को एक शानदार रात की पेशकश की, जिसमें पूर्व मिडलवेट चैंपियन रॉबर्ट व्हिटेकर ने इक्रम अलीसकेरोव का सामना किया। प्रारंभिक योजना में व्हिटेकर को खमज़ात चिमाएव से लड़ना था, लेकिन अंतिम समय में अलीसकेरोव को प्रतिस्थापन के रूप में चुना गया। व्हिटेकर ने पहले ही राउंड में जबरदस्त प्रदर्शन किया और इसे नॉकआउट से समाप्त किया, जिससे उनका रिकॉर्ड 26-7 हो गया।
इस इवेंट का सह-मुख्य मुकाबला हेवीवेट श्रेणी में था, जहां पावलोविच और अलेक्जेंडर वोल्कोव के बीच मुकाबला हुआ। वोल्कोव ने जिस रणनीति से लड़ाई लड़ी, उसकी सराहना की गई और इस जीत ने वोल्कोव को लगातार चार UFC जीत दिलाई।
कई अन्य उल्लेखनीय प्रदर्शन
इस इवेंट में अन्य प्रतियोगी जैसे डेनियल रोड्रिगेज, शारा मगोमेडोव, वोल्कन ओएज्डेमिर, नासरत हकपरस्त, फेलिपे लीमा, रिनात फखरेद्तिनोव, मौन गफुरोव, मगोमेद गादज़ीयासुलोव और चांग हो ली ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इनमें कुछ नामित फाइटर्स ने अपने व्यक्तिगत मुकाबलों में उत्कृष्टता दिखाई और दर्शकों को रोमांचित किया।
प्रमुख विजेता और उनके प्रदर्शन बोनस
व्हिटेकर, मगोमेडोव, ओएज्डेमिर और लीमा को उनके प्रदर्शन के लिए बोनस भी दिए गए। ये बोनस न केवल उनके कौशल को मान्यता देते हैं, बल्कि इस बात का भी संकेत हैं कि UFC उच्च स्तर के प्रदर्शन की कितनी अहमियत देता है।
रॉबर्ट व्हिटेकर का बेहतरीन प्रदर्शन इस इवेंट की सबसे बड़ी चर्चा थी। इक्रम अलीसकेरोव की कठिन चुनौती के बावजूद, व्हिटेकर ने शानदार फिनिशिंग प्रदर्शन किया। यह जीत उनकी भविष्य की रणनीति और बड़े मुकाबलों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है।
सह-मुख्य इवेंट में वोल्कोव का प्रदर्शन भी काबिलेतारीफ रहा। उन्होंने अपने विरोधी पावलोविच को बड़ी चतुराई से मात दी। इस जीत ने उन्हें हेवीवेट श्रेणी में एक मजबूत प्रतिद्वंदी के रूप में स्थापित किया।
मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाएं
इस इवेंट में दिखाया गया समर्पण और जुनून दर्शकों के बीच मिश्रित भावनाएं उत्पन्न कर गया। यह UFC की प्रतिष्ठा को और मजबूत करने में सहायक है और इस बात का प्रमाण है कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फाइटर्स एक-दूसरे के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन करते हैं।
संक्षेप में, इस इवेंट ने न केवल बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित किया, बल्कि यूएफसी के इवेंट्स के प्रति बढ़ रहे रोचकता और प्रेरणादायक प्रदर्शनों की भी पुष्टि की। यह भविष्य के मुकाबलों के लिए एक मजबूत मंच प्रदान करता है और अगले इवेंट्स के लिए उम्मीदों को बढ़ाता है।
amar nath
व्हिटेकर ने तो बस एक राउंड में सबकुछ ठीक कर दिया 😍 अलीसकेरोव का तो बस एक बड़ा सा सपना था, लेकिन व्हिटेकर ने उसे नॉकआउट के साथ अलविदा कह दिया 🤯
Pragya Jain
इस तरह के फाइट्स ही तो भारत को दुनिया के सामने दिखाते हैं। अगर हमारे लड़के भी इतना जोश लेकर आते, तो UFC का नया चैंपियन हमारा होता!
Shruthi S
वोल्कोव का जीतना देखकर मेरी आँखें भर आईं 😭 इतनी शांति से लड़ना... असली शक्ति है।
Neha Jayaraj Jayaraj
अरे भाई! व्हिटेकर ने तो बस एक बार फुटवर्क बदला और अलीसकेरोव गिर गया! ये तो बस एक फिल्म है, असली दुनिया में ऐसा कोई नहीं कर सकता 😂💥 #UFCisFake
Disha Thakkar
इतना बड़ा इवेंट सऊदी अरब में हो रहा है और हम अभी भी यही बातें कर रहे हैं? क्या हमारे देश में कोई ऐसा फाइटर नहीं है जो इस स्तर पर आ सके? ये सब बस एक ब्रांडिंग गेम है।
Abhilash Tiwari
व्हिटेकर का फिनिश तो देखकर लगा जैसे कोई डांस कर रहा हो। एकदम बिना जोर लगाए, बस बिल्कुल सही जगह पर सही वक्त। बहुत सुंदर था।
Anmol Madan
अरे भाई, वोल्कोव के बाद कौन आएगा? अगर अब कोई इसे हरा दे तो मैं खुद UFC में उतर जाऊंगा 😎
Shweta Agrawal
सबके प्रदर्शन बहुत अच्छे रहे और बोनस मिलना भी अच्छी बात है। लगता है UFC अब थोड़ा ज्यादा इंसानियत लेकर आ रहा है
raman yadav
दोस्तों, ये सब बस एक दर्शन है। व्हिटेकर ने जो किया, वो जीवन का भी सबक है। जब तक तुम अपने अंदर की शक्ति को नहीं जगाते, तब तक दुनिया तुम्हें नहीं देखेगी। अलीसकेरोव ने तो बस अपने डर को देखा, व्हिटेकर ने अपने सपने को।
Ajay Kumar
सऊदी अरब में ये इवेंट आयोजित हो रहा है? तो फिर ये सब बस एक बड़ा सा प्रचार है। ये फाइटर्स तो अपनी जान बचाने के लिए भी यहाँ आए होंगे। ये बोनस भी क्या है? बस एक बात और बेचने का तरीका। दुनिया बदल गई है, लेकिन अभी भी हम इसे गलत समझ रहे हैं।
Chandra Bhushan Maurya
व्हिटेकर का वो एक पंच देखकर मैं रो पड़ा। वो नहीं बस एक पंच था, वो तो एक भावना थी। उसकी आँखों में एक असली लड़ाई छिपी थी। उसने सिर्फ जीता नहीं, उसने एक कहानी लिख दी।
Hemanth Kumar
इस इवेंट के प्रदर्शनों का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट होता है कि तकनीकी श्रेष्ठता और शारीरिक तैयारी का संगम ही विजय का मार्ग है। व्हिटेकर का फिनिश एक उदाहरण है जिसे अनुकरणीय बनाया जा सकता है।
kunal duggal
वोल्कोव का गेम प्लान बेहद स्ट्रैटेजिक था। उन्होंने डिफेंस-बेस्ड काउंटर फाइटिंग को एक नई परिभाषा दी। ये एक नया टेम्पलेट है जिसे हेवीवेट डिवीजन में फॉलो किया जा सकता है।
Ankush Gawale
मुझे लगता है अगर हम सब थोड़ा ज्यादा समर्थन करें, तो भारतीय फाइटर्स भी एक दिन इस स्तर पर आ जाएंगे। बस थोड़ा धैर्य रखें।
रमेश कुमार सिंह
जिंदगी भी तो इसी तरह की है। कभी-कभी तुम्हें एक बार बड़ा सा झटका लगता है, और तुम गिर जाते हो। लेकिन अगर तुम उठ जाओ और अपने अंदर की आग को जलाओ, तो दुनिया तुम्हें याद करने लगती है। व्हिटेकर ने वही किया।
Krishna A
अलीसकेरोव को क्यों बुलाया? क्या कोई ने चिमाएव को बर्बाद कर दिया? ये सब बस एक बड़ा सा फ्रॉड है। व्हिटेकर तो खुद भी जानता है कि वो असली चैंपियन नहीं है।