यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की तीव्रता

हाल के दिनों में रूस ने यूक्रेन पर अपने ड्रोन हमलों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि की है। एक रात में ही 145 ड्रोन भेजकर यूक्रेन के कई क्षेत्रों पर हमले किए गए। इनमें से 62 ड्रोन को यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने गिरा दिया। हमले जिन क्षेत्रों को निशाना बना रहे थे, उनमें ओडेसा, कीव, ज़ाइटॉमिर, खार्किव, पोल्टावा, सूमी, विनित्सा, खमेलनित्सकी, चेरनिगिव, ड्निप्रोप्रेट्रोव्स्क, मिकोलाएव, ज़ापोरोज़िया और डोनेट्स्क प्रमुख हैं।

यूक्रेन ने इन ड्रोनों का मुकाबला करने के लिए एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध इकाइयां, और मोबाइल फायर ग्रुप्स जैसी आधुनिक प्रणाली का उपयोग किया। ओडेसा में अपार्टमेंट बिल्डिंग्स और निजी संपत्तियों को नुकसान हुआ, लेकिन कोई जानहानि की सूचना नहीं मिली। कीव में भी रात भर एयर अलर्ट के दौरान दो दर्जन ड्रोन को वायु रक्षा प्रणाली द्वारा गिरा दिया गया। इससे साफ है कि यूक्रेन की यह प्रणाली अच्छी तरह से काम कर रही है।

रूस की नई रणनीति का मुकाबला

रूसी ड्रोन की इन बढ़ती हमले की घटनाओं से यह पता चलता है कि रूस द्वारा नई रणनीति का उपयोग किया जा रहा है। कई विशेषज्ञों के अनुसार, रूस सर्दियों में बड़े हमलों के लिए मिसाइल्स का स्टॉक कर रहा हो सकता है। रूस द्वारा कीव पर ड्रोन और मिसाइल्स के संयोजन से हमला किया गया जो गर्मियों के बाद पहली बार हुआ है। इस हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया जब ड्रोन के मलबे उसके उपनगर में गिरे। यूक्रेन की वायु सेना ने चार मिसाइल्स और 37 ड्रोन को रात भर गिरा दिया। यह घटनाएँ यूक्रेन के लिए उत्तरोत्तर चुनौतियों को दर्शाती हैं।

उत्तर कोरियाई सैनिकों की भागीदारी

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ती इस संघर्ष में अब उत्तर कोरियाई सैनिकों की भागीदारी की भी खबरें सामने आ रही हैं। वाशिंगटन और सियोल ने इस बात की पुष्टि की है कि उत्तर कोरियाई सैनिक यूक्रेनी सीमा पर रूसी बलों के साथ संगठित हो गए हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि ये सैनिक रूसी सैन्य बलों के साथ मिलकर ऑपरेशन कर सकते हैं। इसका उद्देश्य यूक्रेनी बलों को सीमा पार खदिड़काना हो सकता है।

रूसी बयान और भविष्य की स्थिति

रूसी बयान और भविष्य की स्थिति

रूस ने उन पर नागरिकों को निशाना बनाने के आरोपों का खंडन किया है, हालांकि हाल ही के हमलों से नागरिक हानि हुई है, जिसमें एक 32 वर्षीय मां और उसके तीन बच्चे क्रिवी रिग में मारे गए। यह स्थिति में तनाव की स्थिति को और बढ़ा देती है, खासकर जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने ब्रसेल्स में नाटो सहयोगियों से मुलाकात की और यूक्रेन को भविष्य के समर्थन को लेकर चिंता व्यक्त की।

मदद की आवश्यकता

इन बढ़ते हमलों के बीच यूक्रेन के बड़े पैमाने पर हुए बमबारी की घटनाएँ इस बात को मजबूत करती हैं कि यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों को उसे और अधिक वायु रक्षा प्रणाली प्रदान करनी चाहिए ताकि रूसी हमलों से उसके शहरों और महत्वपूर्ण ढांचागत सुविधाओं की रक्षा हो सके।

Subhranshu Panda

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।

11 टिप्पणि

  • Ankit khare

    Ankit khare

    ये ड्रोन हमले तो बस एक नए युग की शुरुआत है भाई। रूस ने अब बंदूकें छोड़ दी हैं, अब तो घर बैठे टेक्नोलॉजी से इंसानों को मार रहा है। यूक्रेन की वायु रक्षा जितनी भी अच्छी हो लेकिन जब 145 ड्रोन एक साथ आएं तो फिर क्या होगा? अमेरिका और यूरोप अभी भी अपने बजट के बारे में सोच रहे हैं जबकि यूक्रेन के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे।

  • Chirag Yadav

    Chirag Yadav

    इतनी तेजी से हमले हो रहे हैं तो लगता है रूस ठंड के मौसम में बड़ा ऑपरेशन तैयार कर रहा है। लेकिन यूक्रेन के लोग अभी भी टिके हुए हैं, ये हौसला देखकर दिल भर जाता है। अगर दुनिया असली शांति चाहती है तो बस एक बार सच्चाई की ओर मुड़ जाए।

  • Shakti Fast

    Shakti Fast

    हर रात ड्रोन की आवाज़ सुनकर बच्चे डर जाते हैं। एक माँ और उसके तीन बच्चे को मार दिया गया... ये कोई युद्ध नहीं, ये तो बस नरसंहार है। दुनिया अभी भी चुप है? हम इंतज़ार क्यों कर रहे हैं? अगर आज नहीं तो कब?

  • saurabh vishwakarma

    saurabh vishwakarma

    अरे भाई ये सब बकवास है। रूस के पास तो अब लाखों ड्रोन हैं और यूक्रेन के पास तो बस एक टूटी हुई वायु रक्षा है। नाटो वाले अपनी फोटोज़ खींच रहे हैं और यूक्रेन के लोग मर रहे हैं। ये नहीं चलेगा। ये नहीं चलेगा। ये नहीं चलेगा।

  • MANJUNATH JOGI

    MANJUNATH JOGI

    उत्तर कोरिया के सैनिकों की भागीदारी एक नया टर्निंग पॉइंट है। इससे युद्ध का ग्लोबल डायनामिक्स बदल जाएगा। अगर चीन और रूस का साथ है तो वेस्टर्न अलायंस के लिए इंटेलिजेंस और लॉजिस्टिक्स दोनों पर नए फोकस की जरूरत है। इस स्थिति में डिफेंस सिस्टम का अपग्रेड तो होगा ही, लेकिन डिप्लोमेसी का फोकस भी बदलना चाहिए।

  • Sharad Karande

    Sharad Karande

    वायु रक्षा प्रणाली के लिए लक्ष्य निर्धारण और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर कैपेबिलिटी को अपग्रेड करना अत्यावश्यक है। ड्रोन के फ्लाइट प्रोफाइल, रेंज और जेट इंजन टेक्नोलॉजी के आधार पर एक डायनामिक थ्रेट मॉडल बनाया जाना चाहिए। अगर यूक्रेन को लेसर-बेस्ड डिफेंस सिस्टम और AI-ड्रिवन ट्रैकिंग डिवाइस दिए जाएं तो एंटी-ड्रोन इफेक्टिवनेस में 40-60% बढ़ोतरी हो सकती है।

  • Sagar Jadav

    Sagar Jadav

    रूस ने शुरू कर दिया है तो अब बंद नहीं होगा।

  • Dr. Dhanada Kulkarni

    Dr. Dhanada Kulkarni

    ये सब बहुत भयावह है, लेकिन यूक्रेन के लोग अपनी जिंदगी के बावजूद लड़ रहे हैं। ये अद्भुत है। अगर हम इस समय उनके साथ खड़े हो जाएं तो शायद एक दिन ये लड़ाई इंसानियत के लिए एक निशान बन जाए। हम भी अपने घरों में थोड़ी सी चिंता कर लें, बस इतना ही काफी है।

  • Rishabh Sood

    Rishabh Sood

    क्या ये सब एक नए युग की शुरुआत है? जहाँ राष्ट्र नहीं, बल्कि तकनीक युद्ध लड़ रही है? क्या इंसान अब बस एक अल्गोरिदम का टारगेट है? ये सब युद्ध नहीं, ये तो एक नए तरह का अस्तित्व का संकट है।

  • Saurabh Singh

    Saurabh Singh

    तुम सब ये क्या बकवास लिख रहे हो? यूक्रेन को अपने अंदर की बेवकूफी देखनी चाहिए। अगर वो अपनी राष्ट्रीय नीति बदलता तो ऐसा होता ही नहीं। अब जो भी बाहर से मदद कर रहा है, वो बस अपना राजनीतिक लाभ देख रहा है। यूक्रेन के लोग अपने ही निर्णयों के बदले खा रहे हैं।

  • Mali Currington

    Mali Currington

    अरे भाई, रूस ने ड्रोन भेजे तो यूक्रेन ने उन्हें गिरा दिया। बड़ी बात हुई। अब अगला बैच भेजने के लिए रूस को बस एक नया ड्रोन डिज़ाइन करना है। ये तो अब एक गेम हो गया है। बस एक बार गेम बदल दो और देखो क्या होता है।

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