नोमान अली का अद्वितीय प्रदर्शन
नोमान अली ने जनवरी 2025 में जिस ढंग से पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपने करिश्माई प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान आकृष्ट किया। 38 वर्ष की उम्र में, वह टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने वाले पहले पाकिस्तानी स्पिनर बन गए। उन्होंने मुल्तान में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच के दूसरे टेस्ट के पहले ही सत्र के 12वें ओवर में यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
नोमान ने वेस्ट इंडीज के जस्टिन ग्रेव्स, टेविन इमलाच और केविन सिनक्लेयर को लगातार तीन गेंदों पर आउट कर दर्शाया कि उनकी गेंदबाजी में कितनी गहराई है। इस दौरान वेस्ट इंडीज की टीम का स्कोर 38/4 से गिरकर 38/7 हो गया। गेंदबाज़ी का ऐसा जादूई प्रदर्शन देखना वाकई अद्भुत था, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
पाकिस्तानियों का अथक संभावनाशील प्रयास
पाकिस्तान के हैट्रिक इतिहास पर नजर डालें तो इससे पहले के सभी हैट्रिक तेज़ गेंदबाजों ने हासिल की थी। वसीम अकरम ने श्रीलंका के खिलाफ दो बार, अब्दुल रज्जाक ने श्रीलंका के विरुद्ध, मोहम्मद समी और नसीम शाह ने अन्य टीमों के खिलाफ हैट्रिक ली थी। यह देखकर अचरज नहीं होता कि नोमान अली ने स्पिन का जादू विखेरा और पाकिस्तान के लिए यह ऐतिहासिक क्षण लाया।
नोमान अली की उम्र को देखते हुए, वह टेस्ट क्रिकट में हैट्रिक लेने वाले सबसे वृद्ध खिलाड़ियों की सूची में श्रीलंका के रंगना हेराथ के बाद दूसरे स्थान पर आ गए।
वेस्ट इंडीज की शुरुमाती संघर्ष
वेस्ट इंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। लेकिन यह निर्णय उतना सफल नहीं रहा, जितना उम्मीद की जा रही थी। पिच पहले ही से स्पिन के लिए मददगार थी और इसने वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी। नोमान अली ने कप्तान क्रैग ब्राथवेट को नौ रनों पर एलबीडब्ल्यू आउट कर इसका खुलासा कर दिया। इसके बाद टीम पर दबाव बढ़ता चला गया और देखते ही देखते उनका स्कोर 38/8 पर गिर गया।
वेस्ट इंडीज का अनुभवहीन मिडिल ऑर्डर नोमान अली की धारदार गेंदबाजी के सामने टिक नहीं सका। लेकिन निम्न क्रम के बल्लेबाजों ने कुछ प्रतिरोध दर्शाने की कोशिश की। गुडेकेश मोटी, जिन्होंने अपने करियर का पहला टेस्ट अर्द्ध-शतक बनाया, ने केमार रोच और जोमेल वॉरिकन के साथ मिलकर टीम को 163 के स्कोर तक पहुँचाया।

पाकिस्तानी गेंदबाजों की धाक
नोमान अली ने इस पारी में कुल 6 विकेट लेकर विपक्षी बल्लेबाजों को नस्तेबाल कर दिया। उनके साथी स्पिनर सजिद खान ने भी दो विकेट लेते हुए उनका अच्छा समर्थन दिया। काशिफ अली, जो इस मैच में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत कर रहे थे, ने एक विकेट लिया जो उनके लिए एक यादगार क्षण था।
नोमान के नायकत्व में पाकिस्तान ने वेस्ट इंडीज पर बड़ी जीत दर्ज़ की। पाकिस्तानी स्पिन-heavy रणनीति ने एक बार फिर साबित किया कि घरेलू मैदानों पर स्पिन गेंदबाजी कितनी प्रभावशाली साबित हो सकती है।