ऋषभ पंत की चोट से भारतीय टीम पर असर
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए दूसरा टेस्ट दिन चुनौतीपूर्ण साबित हुआ जब उनके स्टार विकेटकीपर ऋषभ पंत को मैच के दौरान गंभीर चोट का सामना करना पड़ा। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान पंत ने रविंद्र जडेजा की एक डिलीवरी को गलत आंकलन कर लिया, जो उनकी दाईं घुटने पर लगी। इस आकस्मिक चोट की वजह से पंत ने मैदान पर ही दर्द में टूटकर नीचे गिर गए। उनके दर्द की स्थिति को देखते हुए तुरंत मेडिकल टीम मैदान पर पहुंची और उन्हें गंभीर चोट से उबरने में मदद मिली। इसके बावजूद, चिकित्सीय सहायता के बावजूद पंत को मैदान छोड़ना पड़ा।
ध्रुव जुरेल को मिला मौका
पंत की अनुपस्थिति के चलते ध्रुव जुरेल को मैदान पर उतरने का अवसर मिला। उन्होंने तेजी से विकट की पीछे की भूमिका संभाली और विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी उठाई। आईसीसी के नियमों के तहत, अगर टीम का मुख्य विकेटकीपर चोटिल होता है, तो अंपायर की सहमति से एक विशेषज्ञ सब्स्टीट्यूट विकेटकीपर श्रृंखला में भाग ले सकता है। ध्रुव ने इस मौके का लाभ उठाकर अपनी प्रतिभा दिखाने का प्रयास किया।
पंत की चोट का महत्व
ऋषभ पंत की इस चोट का भारतीय क्रिकेट टीम पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। खासकर तब जब पहली पारी में भारतीय टीम की बल्लेबाजी में कमजोरी देखने को मिली थी। टीम सिर्फ 46 रन पर सिमट गई थी, जो कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में उनका तीसरा सबसे कम स्कोर है। इस प्रदर्शन में पंत ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए 20 रन बनाए थे, जो वर्तमान पारी के नजरिए से महत्वपूर्ण था। पंत की चोट ने टीम का मनोबल गरीब किया है, और आगामी मैचों में उनके उपलब्ध न होने पर टीम को योजना में बदलाव करना पड़ सकता है।
पिछली चोटों से संघर्ष
पंत की चोट का असर न केवल मौजूदा श्रृंखला पर पड़ेगा, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी जिसका इतिहास पहले से ही संजीदा है। दिसंबर 2022 में उनके साथ हुए भीषण कार दुर्घटना ने उनके दाएं घुटने को पहले ही गंभीर रूप से चोटिल कर दिया था। वे उस दुःस्वप्न से उभरे और 2024 के आई.पी.एल में वापस लौटे, उन्होंने टी20 विश्व कप में अपनी भूमिकाएं निभाईं और बंगलादेश के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में शतक लगाकर शानदार वापसी की थी।
आगे की राह
भारतीय टीम प्रबंधन अब चोट की गहराई का आकलन कर रहा है और पंत की उपस्थिति को लेकर आगे की योजना बना रहा है। टीम के कोचों और चयनकर्ताओं को अब विचार करना होगा कि टीम में किसे शामिल किया जाए और पंत कब तक पुनः मैदान पर उतर सकेंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए नई चुनौती
पंत की चोट के बाद भारतीय टीम के सामने एक नई चुनौती उभर आई है, जहां खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन और टीम संयोजन को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा।
saurabh vishwakarma
ये तो बस शुरुआत है। पंत की चोट ने टीम का दिल ही तोड़ दिया। जब तक वो वापस नहीं आते, भारत का टेस्ट टीम का असली दिमाग अनुपस्थित है।
MANJUNATH JOGI
ध्रुव जुरेल का डेब्यू बहुत अच्छा रहा। विकेटकीपिंग में उसकी फुटवर्क और स्टंपिंग की तेजी ने मैच का गति बदल दी। ये नया ताला भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है।
Sharad Karande
पंत की चोट का चिकित्सीय आकलन बहुत महत्वपूर्ण है। दाएं घुटने के ACL लिगामेंट पर फोकस किया जाना चाहिए। यदि यहां अतिरिक्त डैमेज है, तो रिहैबिलिटेशन की अवधि 8-10 महीने तक जा सकती है। टीम डॉक्टर्स को एमआरआई और कैथेटर एंजियोग्राफी दोनों करवानी चाहिए।
Sagar Jadav
ये चोट भाग्य का खेल है। बस इतना ही।
Dr. Dhanada Kulkarni
ध्रुव जुरेल के लिए ये एक बड़ा मौका है, और उसने इसे अच्छी तरह से निकाल लिया। पंत की चोट के बावजूद, टीम ने अपना दिल नहीं खोया। ये वाकई भारतीय क्रिकेट की शक्ति है।
Rishabh Sood
क्या ये सिर्फ चोट है? या ये भारतीय क्रिकेट बोर्ड का एक गहरा षड्यंत्र है? पंत को इतनी बार चोट क्यों लगती है? क्या उनकी ट्रेनिंग रूटीन में कोई दुरुपयोग है? क्या उनके बैट पर कोई जादू है जो उनके घुटने को नुकसान पहुंचा रहा है?
Saurabh Singh
पंत की चोट तो बस एक बात है, लेकिन टीम का ये 46 रन का स्कोर? ये तो बेवकूफों की टीम है। जडेजा के गेंद पर इतना गलत आकलन करना? ये खिलाड़ी हैं या बालकों के खिलौने?
Mali Currington
ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली... और अब कौन बताएगा कि वो भी अगले हफ्ते घुटने से गिर जाएगा?
INDRA MUMBA
ये दृश्य तो दिल को छू गया। पंत के गिरने का दृश्य, ध्रुव का तेज़ आवेग, और फिर उस एक निश्चित नज़र जो उसने अपने टीममेट्स की ओर डाली - ये सब कुछ भारतीय क्रिकेट के दिल की धड़कन है। एक चोट ने एक नए तारे को जन्म दिया।
Anand Bhardwaj
मैं तो सिर्फ देख रहा था। पंत गिरा, ध्रुव आया, और फिर भी 46 रन? अरे भाई, ये टीम को बचाने के लिए एक नया जादू चाहिए।
RAJIV PATHAK
पंत के बिना टीम एक बिना दिमाग का शरीर है। और ध्रुव जुरेल? वो तो बस एक अस्थायी ब्लैंक फिल है। एक नाम जिसे किसी ने बाहर फेंक दिया।
Nalini Singh
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में विकेटकीपर की चोट का यह एक नया अध्याय है। ध्रुव जुरेल के प्रदर्शन का विश्लेषण अगले दिनों में बहुत महत्वपूर्ण होगा। उनकी रिएक्शन टाइम और बैटिंग की लचीलापन को टीम डायरेक्टर्स को ध्यान में रखना चाहिए।
Sonia Renthlei
मैंने जब पंत को गिरते देखा, तो मेरा दिल रुक गया। उसकी आंखों में दर्द था, लेकिन उसका चेहरा अभी भी टीम के लिए लड़ने का इरादा लिए हुए था। और जब ध्रुव ने ग्लव्स पहने, तो मुझे लगा जैसे एक नया सपना जन्म रहा है। ये टीम ने बस एक खिलाड़ी को नहीं खोया, बल्कि एक असली नेता को खोया। लेकिन अब एक नया नेता उभर रहा है। ध्रुव, तुम अकेले नहीं हो। हम सब तुम्हारे साथ हैं।
Aryan Sharma
ये सब बस एक चाल है। पंत को चोट नहीं लगी, उसे बाहर कर दिया गया। क्योंकि उसकी बल्लेबाजी अब बोरिंग हो गई। बोर्ड को नया चेहरा चाहिए था। ध्रुव जुरेल बस एक फेक आइकॉन है।
Devendra Singh
46 रन? ये टीम तो एक बच्चे के टी-शर्ट पर छपे नाम की तरह है - नाम तो है, लेकिन वो क्या करती है, ये कोई नहीं जानता। ध्रुव जुरेल ने अच्छा किया, लेकिन ये टीम के लिए एक बड़ा अस्थायी बंदोबस्त है। वास्तविक समाधान तो बल्लेबाजी का फिर से डिज़ाइन करना है।