अहमद तुर्की में आतंकवादी हमला: टूसस मुख्यालय पर हुई तबाही

तुर्की एक और भयावह आतंकवादी हमले का शिकार हुआ है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अंकारा के पास स्थित टर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (टूसस) के मुख्यालय पर हुए इस हमले ने देशभर में आतंक फैला दिया है। यह घटना बुधवार को हुई, और इसके चलते घटना स्थल पर अराजकता का माहौल बन गया। देश के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, इस आतंकवादी हमले में कुल 22 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से तीन की स्थिति बहुत ही गम्भीर बताई जा रही है। अब उन्हें गहन चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।

हमले की वीडियो ने सोशल मीडिया पर मचाई हलचल

हमले की वीडियो ने सोशल मीडिया पर मचाई हलचल

इस भयानक हमले की पूरी घटना टूसस मुख्यालय और सड़कों के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिससे इसके ठोस सबूत मिले हैं। वायरल हो रही इन क्लिप्स से साफ है कि कैसे हथियारबंद हमलावर कार्यालयों में प्रवेश किए और फिर गोलीबारी शुरू कर दी। वीडियो क्लिप्स में एक हमलावर को मुख्यालय के पार्किंग स्थल की ओर भागते हुए देखा जा सकता है।

शक्तिशाली धमाके और गोलियों की आवाजों से गूंजा इलाका

वायरल हुई एक अन्य क्लिप में दो हमलावर येलो कलर की कार से उतरते हुए और लोगों पर हमला करते हुए दिख रहे हैं। एक राहगीर को गोलियों की बौछार में जमीन पर गिरते हुए देखा गया। यह दृश्य देखकर वहां की स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

आतंकवादी पहचान और संभावित लिंक

आतंकवादी पहचान और संभावित लिंक

तुर्की सरकार ने हालांकि हमलावरों की पहचान का खुलासा अभी तक नहीं किया है, और ना ही किसी समूह ने अब तक इस हमले की जिम्मेदारी ली है। मगर तुर्की के आंतरिक मंत्री अली यरलिकया का कहना है कि यह हमला कुख्यात कुर्दिश वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से जुड़ा हो सकता है। पीकेके लंबे समय से तुर्की में विद्रोह कर रही है और वह शुरू से ही सरकार के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती रही है। हालांकि, इस मामले में फिंगरप्रिंट्स और अन्य सबूतों के साथ जांच अभी जारी है।

राष्ट्रपति एर्दोगन की प्रतिक्रिया

राष्ट्रपति एर्दोगन की प्रतिक्रिया

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयिप एर्दोगन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे 'नीचता का चरम' करार दिया और कहा कि तुर्की इस तरह की आतंकी घटनाओं से डरने वाला नहीं है। एर्दोगन उस समय रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता में व्यस्त थे जब यह हमला हुआ। उन्हें इस बात पर गहरा आघात पहुंचा कि उनकी अनुपस्थिति का लाभ उठाकर इस घटना को अंजाम दिया गया।

अर्जुन चौधरी

मैं एक पेशेवर पत्रकार हूँ और मेरा मुख्य फोकस भारत की दैनिक समाचारों पर है। मुझे समाज और राजनीति से जुड़े विषयों पर लिखना बहुत पसंद है।
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