होली 2025: कब, कैसे और कहाँ मनाएँ?
अगर आप अभी तक नहीं जानते कि 2025 की होली कब है, तो इस लेख को अंत तक पढ़िए। हमने सबसे जरूरी जानकारी, देसी टिप्स और कुछ मज़ेदार इवेंट्स को एक जगह इकट्ठा किया है, ताकि आपका होली का जश्न बिना किसी झंझट के हो सके।
होली की आधिकारिक तिथि और पंचांग
2025 में होली वृषभ रावण संक्रांति के दिन, यानी 14 मार्च को पड़ेगी। यह दिन पूर्णिमा की रात्रि के बाद आती है, इसलिए कल या परसों भी रंगों की उमंग देखी जा सकती है। कई शहरों में छुट्टियों का लक्ष्य दो-दिन का रहेगा, इसलिए अगर आप यात्रा की सोच रहे हैं तो आजकल की ट्रेन और फ़्लाइट बुकिंग जल्दी कर लें।
रंग, ठंडाई और सुरक्षित होली के टिप्स
रंगों की बात करें तो अब कलकल वाले रासायनिक पाउडर की जगह घर में बना प्राकृतिक रंग ट्राय करें। बेसन, हल्दी, चन्दन, मीठा चावल और फूलों के सूखे पंखुड़ियों से मिश्रण बनाकर आप अपने बच्चों के लिए सुरक्षित रंग तैयार कर सकते हैं। यही नहीं, ये रंग त्वचा पर भी हल्के रहेंगे और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
ठंडाई बनानी हो तो दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, आदरक और केसर को दूध में उबालें, फिर शहद और थोड़ा इलायची पाउडर डालें। एक बार ठंडा होने पर आप इसे बर्फ के टुकड़ों के साथ परोसें, स्वाद दो गुना बढ़ जाएगा। अगर अल्कोहल नहीं पीते तो आप एले या कोला भी मिला सकते हैं, इससे पिया भी ठंडा और मज़ेदार लगेगा।
सुरक्षा के लिहाज़ से कुछ आसान उपाय अपनाएँ: हाथ में पानी की बोतल रखें, उलझन से बचने के लिए आँखों में आँखों की सुरक्षा चश्मे पहनें, और बच्चों को मौखिक सॉरेसरी या एलर्जिक पदार्थों से दूर रखें। अगर बाहर खेल रहे हैं तो धुंध या तेज़ हवा में रंग फेंकना बचें, इससे एक-दूसरे पर ज्यादा रंग नहीं चढ़ेगा और सफ़ाई आसान रहेगी।
अगर आप बड़े शहर में रहते हैं तो अक्सर होली फेस्टिवल में म्यूजिक, डांस और फूड स्टॉल्स की भी भरमार होती है। दिल्ली, मुंबई, जयपुर और कोलकाता में इस साल 2-3 दिन के सांस्कृतिक इवेंट्स तय हुए हैं। टिकट पहले से बुक कर लें, क्योंकि इन इवेंट्स में जगह बहुत जल्दी भर जाती है।
टूरिस्टों के लिए घूमने‑फिरने की बढ़िया योजना: अगर आप उत्तर भारत में होली मनाने जा रहे हैं तो वाराणसी, बरेली और ब्रज के होली परम्पराओं को देखना न भूलें। यहाँ के स्थानीय गाने, दोहे और लटके हुए पिचेस आपके होली के माहौल को और भी अनोखा बना देंगे। दक्षिण में, कोच्चि और पुणे के भी अपने उत्सव के साथ लाइट शो और फेस्टिवल रेज़न रखे हैं, जहाँ आप रंगीन लाइट और संगीत का मज़ा ले सकते हैं।
अंत में एक छोटा सा याद दिलाना है – होली मिलन और भाईचारे का त्यौहार है, इसलिए किसी भी सीमा, धर्म या भाषा को भूल कर सिर्फ रंग और खुशी में डूब जाएँ। हर साल की तरह 2025 की होली भी एक नई शुरुआत का प्रतीक है – पुराने गिले‑शिकवे छोड़ें, नई उमंगों को गले लगाएँ और अपने रिश्तों में रंग भरें।