शास्त्रीय भाषा: क्या है, क्यों जरूरी है और कैसे सीखें?

जब हम "शास्त्रीय भाषा" सुनते हैं, तो दिमाग में अक्सर संस्कृत, प्राचीन ग्रन्थ या पुरानी लिपियां आती हैं। लेकिन ये शब्द सिर्फ़ ऐतिहासिक नहीं, बल्कि आज की भाषा समझ को बढ़ाने का ज़रीया भी है।

शास्त्रीय भाषा क्या है?

शास्त्रीय भाषा वह भाषा है जिसका प्रयोग किसी बौद्धिक या धार्मिक शास्त्र में हुआ हो और जो कई पीढ़ियों तक जीवित रही हो। हिंदी में इसका सबसे बड़ा उदाहरण संस्कृत है, लेकिन तमिल, पालि, प्राकृत जैसी भाषाएँ भी इस वर्ग में आती हैं। इनके शब्दावली, व्याकरण और शैली बहुत सटीक होती है, जिससे विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया जा सकता है।

इन भाषाओं का प्रभाव आज की रोज़मर्रा की बोली में भी दिखता है। कई हिंदी शब्द जैसे "धर्म", "कर्म", "सत्य" सीधे संस्कृत से आए हैं। इसलिए शास्त्रीय भाषा को समझना हमारे भाषाई धरोहर को बचाने में मदद करता है।

शास्त्रीय भाषा की उपयोगिता और सीखने के टिप्स

शास्त्रीय भाषा सीखने से आपको दो चीज़ें मिलती हैं – गहरी सोच और शब्दों की शक्ति। जब आप संस्कृत के मूल शब्दों को जानेंगे, तो आपके लेखन और बोलने में स्पष्टता आएगी। साथ ही, कई शास्त्रीय ग्रन्थों को सीधे पढ़ने से इतिहास और संस्कृति की सच्ची जानकारी मिलती है, बजाय अनुवादित संस्करणों के।

सीखने के लिए पहला कदम है आसान शब्दावली से शुरू करना। रोज़ाना पाँच नए शब्द याद करें और उनका प्रयोग वाक्य में करें। उदाहरण के लिए, "आनन्द" (खुशी), "धूप" (सूर्य का प्रकाश)। दोहराव से याददाश्त मजबूत होगी।

दूसरा तरीका है छोटे श्लोक या दोहे पढ़ना। आप गीता, उपनिषद या रामायण के छोटी-छोटी पंक्तियों को रोज़ पढ़ सकते हैं। इससे व्याकरण का सहज ज्ञान होगा और उच्चारण भी सुधरता है।

तीसरी सलाह – ऑनलाइन ट्यूटोरियल या मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल करें। बहुत सारी फ्री प्लेटफ़ॉर्म हैं जहाँ आप शास्त्रीय भाषा के बेसिक को इंटरैक्टिव तरीके से सीख सकते हैं। हर दिन 10‑15 मिनट का अभ्यास काफी फायदेमंद है।

अगर आप पढ़ना पसंद करते हैं, तो स्थानीय पुस्तकालय या ऑनलाइन डिजिटल लाइब्रेरी में शास्त्रीय ग्रन्थों की कॉपी खोजें। सरल अनुवाद के साथ मूल पाठ पढ़ने से समझ आसान हो जाती है।

अंत में, भाषा सीखते समय धैर्य रखें। शास्त्रीय भाषा में कई जटिल नियम होते हैं, लेकिन नियमित अभ्यास से आप धीरे‑धीरे माहिर हो जाएंगे। अपने सीखने को दूसरों के साथ शेयर करें, चर्चा में भाग लें; यह आपके ज्ञान को और गहरा करेगा।

समाचार स्कैनर पर हर दिन नई-पुरानी खबरें, विश्लेषण और उपयोगी टिप्स मिलते हैं। "शास्त्रीय भाषा" टैग के तहत आप विभिन्न लेख पढ़ सकते हैं जो इस विषय को विविध दृष्टिकोण से बताते हैं। पढ़ते रहें, सीखते रहें, और अपनी भाषा क्षमता को नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ।

महाराष्ट्र में 'शास्त्रीय मराठी भाषा दिवस' 3 अक्टूबर घोषित, भाषाई मसले और राजनीति में गर्मी

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महाराष्ट्र सरकार ने 3 अक्टूबर को 'शास्त्रीय मराठी भाषा दिवस' घोषित किया है, जो राज्य में मराठी भाषा को शास्त्रीय दर्जा मिलने की खुशी में मनाया जाएगा। यह फैसला भाषा नीति को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद और हालिया हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने के प्रस्ताव पर विरोध के बाद आया है। सरकार पूरे राज्य में भाषाई विरासत को उजागर करने के लिए सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। राजनीति में भी यह कदम मराठी अस्मिता को केंद्र में रख कर आगामी चुनावों को देखते हुए महत्वपूर्ण है।

Subhranshu Panda जुलाई 19 2025 0