शुभ मुहूर्त कैसे तय करें: आसान गाइड

क्या आप कभी सोचते हैं कि शादी या घर में प्रवेश का सही समय कैसे चुना जाता है? ज्योतिष में ‘शुभ मुहूर्त’ का मतलब है वह समय जो ग्रहों की स्थिति के हिसाब से आपके काम को सफल बनाता है। आज हम सरल कदमों से बताएंगे कि अपना मुहूर्त कैसे निकालें और कब‑कब इसे इस्तेमाल करना फायदेमंद है।

मुहूर्त के मुख्य तत्व

पहले तो जानिए कौन‑से तत्व मुहूर्त को प्रभावित करते हैं। सबसे जरूरी हैं पंचांग के पाँच घटक – तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इनके सही संयोजन से ही शुभ परिणाम मिलता है। उदाहरण के तौर पर, शादी के लिए ‘अत्रि’ या ‘विजय’ योग अच्छे माने जाते हैं, जबकि व्यावसायिक कामों में ‘विकारी’ योग लाभकारी माना जाता है।

दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है ग्रहों की राहु‑केतु, शनि और शुक्ल चंद्रमा की स्थिति। अगर शनि या राहु किसी बुरे पक्ष में है, तो उस दिन नए काम शुरू करना जोखिमपूर्ण हो सकता है। इसलिए कई लोग पंचांग देख कर तभी फैसला लेते हैं।

व्यवहारिक तरीके: ऑनलाइन मुहूर्त कैलकुलेटर

अब टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मुहूर्त निकालना बहुत आसान हो गया है। आप बस जन्म तिथि, समय और जगह डालें, और साइट आपके लिए सभी शुभ तिथियां लिस्ट कर देगी। इसमे से आप अपने काम के अनुसार सबसे उपयुक्त दिन चुन सकते हैं। ध्यान रखें कि कैल्कुलेटर सिर्फ एक गाइड है, व्यक्तिगत परामर्श से अंतिम पुष्टि करनी चाहिए।

अगर आप ऑनलाइन नहीं जाना चाहते तो एक बुनियादी तरीका अपनाएं: शुक्रवार, रविवार, और सोमवार को अक्सर शुभ माना जाता है। इन दिनों में नक्षत्र ‘ऋषभ’, ‘मृगशिरा’ या ‘कृत्तिका’ के साथ योग और करण देखें। अगर ये सब साथ मिले, तो आप निश्चिंत रह सकते हैं कि आपका काम सफल रहेगा।

एक और उपयोगी टिप – जहाँ तक संभव हो, ‘अश्विनी’ या ‘भाद्रपमा’ जैसे नक्षत्र वाले दिन न चुनें, क्योंकि ये अक्सर नई शुरुआत के लिए कम शुभ होते हैं। इसके बजाय ‘हस्त’ या ‘चित्रा’ नक्षत्र वाले दिन को प्राथमिकता दें।

आखिर में याद रखें, शुभ मुहूर्त सिर्फ आगाह नहीं, बल्कि आपके कार्य में सकारात्मक ऊर्जा लाने का एक तरीका है। सही समय चुनकर आप न केवल आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, बल्कि संभावित बाधाओं को भी कम करते हैं। तो अगली बार जब शादी, घर में प्रवेश या कोई बड़ा प्रोजेक्ट प्लान करें, तो इन सरल नियमों को याद रखें और शुभ परिणाम पाएँ।

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रक्षाबंधन 2025 में भद्रा काल सुबह से पहले खत्म हो जाएगा, जिससे 9 अगस्त को पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ होगा। इस बार अभिजीत मुहूर्त 11:59 से 12:53 तक है। साथ ही सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग भी रहेगा, जो त्योहार को और खास बनाएगा। शहरों और विदेशों के अनुसार समय अलग-अलग है।

Subhranshu Panda अगस्त 9 2025 0