चोट – क्या हुआ, क्यों हुआ और कैसे बचें
हर दिन हमें कहीं न कहीं चोट लगती है – घर में, खेल में या अचानक किसी जानवर के काटने से। लेकिन अगर कारण समझा जाए तो कई चोटों से बचा जा सकता है। इस पेज में हम दो हालिया चोट‑सम्बंधी खबरों को देखेंगे और साथ में कुछ आसान बचाव के टिप्स देंगे।
सर्पदंश से हुए गंभीर चोट
बिहार के बेतिया जिले में एक साल का बच्चा खेलते‑खेलते कोबरा को काट गया। बच्चा तुरंत बेहोश हो गया, लेकिन डॉक्टरों ने तुरंत एंटीवेनम दिया और बचा लिया। इस घटना से पता चलता है कि ग्रामीण इलाके में सर्पदंश अभी भी ख़तरनाक है। अगर कोई काट ले तो तुरंत अस्पताल पहुँचना सबसे अहम कदम है, देर नहीं करनी चाहिए।
सर्पदंश का पहला उपाय है – काटे हुए हिस्से को हिलाने‑डुलाने से बचें। ज़्यादा दबाव न डालें, और रगड़ें नहीं। जितनी जल्दी एंटीवेनम मिलती है, चमत्कारिक रूप से चोट कम गंभीर बनती है। घर में अगर एंटीवेनम नहीं है तो तुरंत एम्बुलेंस बुलाएँ और बच्चे को हाइड्रेटेड रखें।
खेल में चोट और सही इलाज
क्रिकट में तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को पिछले टेस्ट में पीठ की ऐंठन हुई। डॉक्टरों ने कहा कि बुमराह को आराम देना होगा और फिज़ियोथेरेपी से復復 मिलेगा। यह दिखाता है कि एथलीट भी कभी‑कभी चोट के कारण मैदान से बाहर हो जाते हैं।
खेलते समय चोट से बचने के लिए वार्म‑अप ज़रूरी है। हल्की स्ट्रेचिंग से मसल्स तैयार होते हैं और चोट‑का‑खतरा घटता है। अगर कोई चोट लग जाए तो ‘RICE’ मेथड अपनाएँ – Rest (आराम), Ice (बर्फ), Compression (दबाव) और Elevation (ऊँचा रखें)। फिर डॉक्टर से मिलकर सही डायग्नोस्टिक करवाएँ।
चोट के बाद जल्द‑से‑जल्द सही इलाज करना ही सबसे बड़ा बचाव है। कई बार लोग दर्द नज़रअंदाज़ कर बैठे, लेकिन इससे चोट और बढ़ जाती है। छोटे‑छोटे संकेतों को पहचानना सीखें – जैसे देर से सूजन, दर्द में बढ़ोत्तरी या चलने‑फ़िरने में दिक्कत। इन पर तुरंत जांच कराएँ।
अब बात करते हैं दैनिक जीवन में चोट‑से‑बचाव के आसान टिप्स की। घर में फर्श पर चीज़ें साफ रखें, टाइल या मार्बल फर्श पर एंटी‑स्लिप मैट रखें। बच्चों को छोटे‑छोटे खिलौने दें जिनसे चोकिंग का खतरा न हो। बाहर निकलते समय ट्रैफ़िक नियमों का पालन करें और हेल्मेट, पैड जैसे सुरक्षा गीयर पहनें।
अगर किसी को चोट लग जाए तो तुरंत बुनियादी प्राथमिक उपचार सीखें – जैसे घावों को साफ़ करना, रक्तस्राव रोकना और बर्न्स को ठंडे पानी से ठंडा करना। इन बुनियादी चीज़ों से आप खुद या दूसरों की जिंदगी बचा सकते हैं।
संक्षेप में, चोट के दो मुख्य स्रोत – सर्पदंश और खेल के दौरान एथलीट की चोट – दोनों में समय पर मदद सबसे बड़ा फ़र्क लाती है। सावधानी, सही जानकारी और त्वरित चिकित्सा से चोट के बाद की बर्बादी कम की जा सकती है।
तो अगली बार जब आप या आपका कोई करीब का व्यक्ति चोटिल हो, तो इन टिप्स को याद रखें और तुरंत सही कदम उठाएँ। स्वस्थ रहिए, सुरक्षित रहिए!
ऋषभ पंत की चोट: दूसरे दिन मैदान से बाहर, ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग का जिम्मा संभाला
ऋषभ पंत को बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान घुटने में चोट लगी, जिससे उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। पंत की चोट भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका है, खासकर जब उन्होंने पहले पारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ध्रुव जुरेल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग की।