महावीर जयंती – क्यों है यह खास और आप इसे कैसे मनाएँ?

हर साल चैत्र माह की शुक्ल त्रयोदशी को जैन धर्म के अनुयायी महावीर जयंती मनाते हैं। यह दिन महावीर स्वामी के जन्मस्थल बोधगया में उनके बलिदान, अहिंसा और सत्य के संदेश को याद करने का मौका है। अगर आप भी इस त्यौहार को अपने परिवार में सरल और सच्ची भावना के साथ मनाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गये आसान टिप्स पढ़िए।

महावीर जयंती का इतिहास और महत्व

महावीर स्वामी 599 ई॰ में बोधगया में जन्मे थे। उनका मूल नाम वरधमी था, लेकिन बाद में उन्होंने महावीर (अर्थात् "वह जो महान जीत हासिल करता है") नाम अपनाया। उनका जीवन अहिंसा, सत्य, शास्त्रों का पालन और परोपकार पर केन्द्रित था। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के रूप में, उन्होंने 12 वर्षों तक उपवासी जीवन जिया और 84,000 भक्तों को उद्धार का मार्ग दिखाया।

जयंती का मुख्य उद्देश्य उनकी शिक्षाओं को याद करना और उन पर चलकर जीवन में सुधार लाना है। इस दिन लोग बोधगया की यात्रा करते हैं, मंदिरों में झांकते हैं, दान‑पुण्य करते हैं और शाकाहारी उपवास रखते हैं।

घर में महावीर जयंती मनाने के सरल कदम

1. उपवास और शाकाहारी भोजन – महावीर जयंती पर अधिकांश जैन लोग हल्का फल‑फ्रूट या सादा सब्जी वाला भोजन करते हैं। यह शरीर को शुद्ध करने और आत्मा को शांत रखने का तरीका है।

2. भजन‑कीर्तन और कथा – घर में छोटी पूजा के साथ महावीर स्वामी की प्रमुख शिक्षाएँ जैसे अहिंसा, अचरज्य (असत्य न बोलना) और सांच (सही काम) की कहानियाँ सुनाएँ। बच्चे भी इसे सुनकर सरल शब्दों में समझते हैं।

3. दान‑पुण्य – जरूरतमंदों को खाना, कपड़े या किताबें देना इस त्यौहार की मुख्य भावना है। आप आस-पास की किसी अनाथाश्रम या वृद्धाश्रम को अस्थायी रूप से मदद कर सकते हैं।

4. पवित्र स्थान की यात्रा (भ्रमण) – यदि संभव हो तो बोधगया के महावीर मंदिर की यात्रा करना सबसे उत्तम है। अगर दूर हैं, तो घर में छोटा बोधगया मॉडल स्थापित करके वहाँ पूजन कर सकते हैं।

5. परिवार में सामूहिक सोच‑विचार – जैन धर्म की शिक्षा पर चर्चा करके, आपस में आज के सामाजिक मुद्दों में अहिंसा कैसे लागू करें, इस पर विचार-विमर्श करें। इससे सबका मन एक साथ जुड़ता है।

इन सरल कदमों से महावीर जयंती न केवल धार्मिक कर्तव्य बनती है, बल्कि व्यक्तिगत विकास और सामाजिक सुधार का भी स्रोत बनती है।

अंत में एक बात याद रखें – महावीर स्वामी का मुख्य संदेश "अहिंसा ही सर्वोत्तम मार्ग" है। चाहे आप जैन धर्म के अनुयायी हों या नहीं, इस सिद्धांत को अपनाकर आप अपने और दूसरों के जीवन में शांति ला सकते हैं। तो इस वर्ष महावीर जयंती को अपने घर में खुशी‑खुशी मनाएँ और अहिंसा की रोशनी को और उज्ज्वल बनाएँ।

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सनी देओल की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'जात' बॉक्स ऑफिस पर मजबूत शुरुआत करने के लिए तैयार है, महावीर जयंती की छुट्टी का लाभ उठा रही है। एडवांस बुकिंग में फिल्म ने 41,000 से अधिक टिकट बेचे हैं, जिससे इसे 2025 की हिंदी फिल्मों में सातवां स्थान मिला है। फिल्म का पहले दिन का कलेक्शन करीब ₹10 करोड़ होने का अनुमान है, जो सनी देओल की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग होगी।

Subhranshu Panda अप्रैल 12 2025 0