Baaghi 4 Review – क्या टॉर्नेटो फेमस है?

टाइगर श्रॉफ ने इस साल दो बड़े एक्शन प्रोजेक्ट्स लाए – Baaghi 3 और अब Baaghi 4. दोनों में 'टॉर्नेटो' नाम का हीरो लाया गया है, जो वही झंझट वाला, तेज़-तर्रार लड़ाकू है. तो चलिए, इस बार का टॉर्नेटो कैसे निकला, इसे देखें.

कहानी और किरदार

कहानी में टॉर्नेटो (टाइगर) को एक भूतपूर्व अन्वेषक बनाकर दिखाया गया है, जो अपने दोस्त की मदद से अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क को रोकता है. स्क्रिप्ट बहुत जटिल नहीं है, पर एक साइडस्टोरी है जहाँ टॉर्नेटो के बाएँ‑दाएँ रिश्ते टेंशन पैदा करते हैं. दीपा पटेल और नूरमा क़त्री ने यहाँ सहायक रोल निभाए, लेकिन उनका स्क्रीन टाइम सीमित है.

मुख्य किरदार के अलावा, फिल्म में एक नया एंटी‑हीरो आया है, जिसे एक बड़े शौकीन ने कास्ट किया है. उसका नाम एजेंट रेज़िन है, जो टॉर्नेटो को हराने के लिए कई ट्रिक्स इस्तेमाल करता है. लेकिन एजेंट रेज़िन की प्लॉट में बड़ी भूमिका नहीं बन पाती, इसलिए दर्शकों को थोड़ा अधूरा सा लगता है.

एक्शन और तकनीक

Baaghi 4 का सबसे बड़ा आकर्षण उसके एक्शन सीक्वेंसेस हैं. स्टंट टीम ने हाई‑ऑक्टेन सीन बनाये – हवाई में कार चढ़ना, समुद्र में डाइविंग, और रेगिस्तान में गनफ़ाइट. कैमरा एंगल्स तेज़ हैं, जिससे एड्रेनालिन बढ़ जाता है. लेकिन कई बार स्लो‑मोशनल इफ़ेक्ट्स थोड़ा अधिक प्रयोग हो गया, जिससे एक्शन की रफ़्तार कम लगने लगी.

तकनीकी तौर पर, VFX को भी अच्छा समझा जा सकता है. 3D रेंडरिंग और कंप्यूटर‑जनरेटेड इफ़ेक्ट्स कम्पीटिशन में पीछे नहीं हैं. ध्वनि डिज़ाइन भी बड़िया है – पिस्टॉल की क्लिक, बैकग्राउंड बूम और बैकग्राउंड म्यूजिक का तालमेल सही है.

संगीत को लेकर भी फिल्म सॉलिड है. वी. आर. गोविंद और नेशनल फ़्रेमवर्क ने दो पॉप-ट्रैक्स डाले हैं, जो एंट्री सीन में बहुत सक्रिय होते हैं. लेकिन गाने की लिरिक्स थोड़ा सामान्य लगती हैं, इसलिए हिट नहीं बन पाती.

फिल्म का टोन हल्का है, यानी मज़ाकिया और एक्शन के बीच सही बैलेंस रखता है. अगर आप यथार्थवादी डार्क थ्रिलर की तलाश में हैं, तो यह नहीं है, पर अगर आनंददायक विंडो‑शॉपिंग एक्शन चाहिए तो ठीक रहेगा.

बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने पहले वीकेंड में औसत एंट्री दी. बड़े शहरों में टिकटें जल्दी बिकीं, पर छोटे शहरों में ठंडा रिस्पॉन्स मिला. कुल मिलाकर, टॉर्नेटो का ब्रैण्ड को बढ़ावा मिला, लेकिन फिल्म को एक बार में सब नहीं कर पाई.

आख़िर में, Baaghi 4 Review कहेगा: अगर आप टाइगर की फिस्ट‑फाइट पसंद करते हैं, हाई‑ऑक्टेन एक्शन और आसान कहानी, तो देखें. लेकिन अगर आप गहरी कहानी, जटिल किरदार और नई चीज़ें चाहते हैं, तो शायद कुछ और देखना बेहतर रहेगा.

Baaghi 4 Review: टाइगर का धमाका, संजय दत्त का खौफ—एक्शन कमाल, कहानी डगमग

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Baaghi 4 में टाइगर श्रॉफ अपनी पहचान वाले हाई-ऑक्टेन एक्शन में चमकते हैं और संजय दत्त खौफनाक विलेन बनकर परदे पर वजन बढ़ाते हैं। हरनाज़ संधू की शुरुआत आत्मविश्वासी है, लेकिन कहानी कॉमा, भ्रम और अधपकी मनोवैज्ञानिक परतों में फंसती दिखती है। एक्शन लाजवाब, मगर पटकथा और एडिटिंग फिल्म को बिखरा बनाती है। फ्रेंचाइज़ी के पिछले भागों से तुलना में असर सीमित रहता है।

Subhranshu Panda सितंबर 6 2025 0