हैट्रिक: क्रिकेट में तेज़ घरौंदे और बॉलिंग के जादू की पूरी गाइड

क्या आपने कभी सोचा है कि ‘हैट्रिक’ शब्द cricket में इतना खास क्यों है? आसान शब्दों में, बैट्समैन के लिए तीन लगातार शॉट्स पर चार या छह लगाना या बॉलर के लिए लगातार तीन गेंदों में विकेट लेना ही हैट्रिक कहलाता है। ये दोनों ही परिस्थितियों में खेल का रोमांच बढ़ा देते हैं और दर्शकों को झकझोरते हैं।

हैट्रिक के दो रूप: बैट्समैन और बॉलर

बैट्समैन हैट्रिक में तीन लगातार छक्के या चौके लगाते हैं। ऐसा लहराता हुआ अटैक मैच को पलट सकता है, जैसे IPL 2025 में रोहित शर्मा ने दो सुपर-सन्नी में लगातार छक्के मारकर टीम को जीत दिलाई। बॉलरों के लिए हैट्रिक का मतलब है तीन लगातार आउट्स – यह एक बड़ा मनोवैज्ञानिक जीत है, जैसे ट्रम्प के टैरिफ से जुड़े आर्थिक झटके के बाद वॉल स्ट्रीट में भी अचानक गिरावट देखी गई, वैसा ही बॉलर के लिए भी अचानक प्रभाव पड़ता है।

यादगार हैट्रिक और कैसे बनाएं अपना हैट्रिक

इंडियन क्रिकेट में सबसे यादगार बॉलिंग हैट्रिक जवन मलिक ने 2019 में किया, जबकि बैट्समैन की बात करें तो विराट कोहली ने 2020 में छक्का-छक्का-छक्का का दंगल दिखाया। आपका अपना हैट्रिक बनाने के लिए दो चीज़ें जरूरी हैं – सही प्लान और धैर्य। बॉलर को लाइन और लेंथ पर फोकस रखना चाहिए, और बैट्समैन को गेंद की गति और बाउंस पढ़ कर जोखिम उठाने चाहिए। छोटे-छोटे अभ्यास, जैसे नेट प्रैक्टिस में लगातार एक ही शॉट पर फोकस करना, मददगार रहता है।

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बॉलर के लिए हैट्रिक के बाद फॉलो‑अप भी महत्वपूर्ण है। पहला विकेट आए तो धीरज रखो, दूसरा और तीसरा भी वही रणनीति दोहराओ। अक्सर बल्लेबाज घबराकर गलत शॉट मारते हैं, यही आपके लिए अतिरिक्त अवसर बनाता है। उसी तरह बैट्समैन को भी लगातार स्कोर करने के बाद गेंद की दिशा बदलनी चाहिए, नहीं तो बॉलर को आसानी से आउट कर सकते हैं।

खेल के अलावा, हैट्रिक की भावना को जिंदगी में भी अपनाया जा सकता है। चाहे वह पढ़ाई में लगातार तीन टॉप ग्रेड हों या काम में तीन बड़ी प्रोजेक्ट सफल हों, वही उत्साह और फोकस हैट्रिक जैसा ही काम करता है। इसे रोज़मर्रा की चुनौती के रूप में ले लो, और देखो कितनी तेज़ प्रगति होती है।

अंत में, सबसे बड़ी बात यह है कि हैट्रिक सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि आपका मानसिक मजबूत होना दिखाता है। जब आप अगली बार क्रिकेट स्टेडियम या घर के टेलीविज़न पर देखेंगे तो इस ‘तीन‑का‑जादू’ को समझने की कोशिश करें, और शायद आप भी ख़ुद या अपने पसंदीदा खिलाड़ी को हैट्रिक बनाते देखेंगे।

नोमान अली ने रचा इतिहास: पाकिस्तान टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने वाले पहले स्पिनर बने

नोमान अली ने रचा इतिहास: पाकिस्तान टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने वाले पहले स्पिनर बने

नोमान अली ने 38 वर्ष की उम्र में पाकिस्तान क्रिकेट के लिए इतिहास रच दिया। वह टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले पाकिस्तानी स्पिन बॉलर बन गए हैं। यह उपलब्धि उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुल्तान में दूसरे टेस्ट में हासिल की। नोमान ने पहले सत्र के 12वें ओवर में लगातार तीन गेंदों पर वेस्ट इंडीज के तीन बल्लेबाजों को आउट किया।

Subhranshu Panda जनवरी 25 2025 0