शिक्षा नीति में हुए नवीनतम बदलाव
पूरा देश एक ही दिशा में आगे बढ़ रहा है - गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सबके लिए. पिछले साल जारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) ने कई दुरुस्तियां पेश कीं. अब बात करते हैं कि ये बदलाव आपके स्कूल या कॉलेज पर कैसे असर डालेंगे.
मुख्य बिंदु: कौन-से परिवर्तन सबसे अहम हैं?
पहला बड़ा बदलाव है कौशल-आधारित शिक्षा. अब शुरुआत से ही बच्चों को गणना, विज्ञान और भाषा में प्रैक्टिकल सिखाया जाएगा, केवल थ्योरी नहीं. इससे छात्रों को नौकरी या आगे की पढ़ाई में आसानी होगी.
दूसरा, बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा दिया गया है. स्कूलों में स्थानीय भाषा के साथ हिंदी और अंग्रेजी को भी पढ़ाने की हिदायत है. इससे बच्चे कई भाषा में निपुण हो पाएंगे और देश के विभिन्न हिस्सों में आसानी से काम कर सकेंगे.
स्कूलों और कॉलेजों की नई जिम्मेदारियां
अब हर स्कूल को सतत विकास लक्ष्य (SDG) के हिसाब से पाठ्यक्रम बनाना पड़ेगा. इसका मतलब है पर्यावरण, समाज और आर्थिक समझ को पढ़ाई में जोड़ना. ऐसे पढ़ाने से छात्रों को वास्तविक समस्याओं की समझ बढ़ेगी.
छात्रों के लिए फ्रीटूर्निंग (ऑनलाइन पाठ्यक्रम) भी बढ़ाया गया है. सरकार ने कई प्लेटफ़ॉर्म पर मुफ्त कोर्सेस की एक लिस्ट तैयार की है, जहाँ आप अपने समय के अनुसार पढ़ाई कर सकते हैं.
अगर आप अभिभावक हैं, तो अब स्कूलों को वार्षिक रिपोर्ट में परियोजना‑आधारित लर्निंग की जानकारी देना अनिवार्य है. इससे आप देख सकते हैं कि आपका बच्चा कैसे सीख रहा है और कौन-से कौशल विकसित हो रहे हैं.
शिक्षकों के लिये भी नई ट्रेनिंग मॉड्यूल जारी हुए हैं. हर शिक्षक को हर दो साल में कम से कम 60 घंटे की प्रोफेशनल डेवलपमेंट ट्रेनिंग लेनी होगी. यह ट्रेनिंग डिजिटल टूल्स, इंटरेक्टिव मेथड और इंक्लूसिव क्लासरूम मैनेजमेंट पर केन्द्रित है.
छात्र सहायता के मामले में, वित्तीय सहायता और स्कॉलरशिप के नए प्रावधान लगाए गए हैं. आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को ट्यूशन, किताबें और लैब उपकरण मुफ्त मिलेंगे. यह कदम विद्यालय में ड्रॉप-आउट को कम करने में मदद करेगा.
इन सब बदलावों का लक्ष्य है कि शिक्षा सिर्फ रटने का माध्यम न रहे, बल्कि वास्तविक जीवन की तैयारियों का हिस्सा बने. अगर आप एक छात्र, शिक्षक या अभिभावक हैं, तो इन नई नीतियों को समझकर अपने अधिकारों और ज़िम्मेदारियों का लाभ उठाएँ.
सार में, नई शिक्षा नीति हमारे देश को ज्ञान‑आधारित भविष्य की ओर ले जा रही है. छोटे‑छोटे बदलाव बड़े बदलाव में बदलेंगे, बस हमें उनका सही उपयोग करना है.
नागालैंड के दो पीएम श्री स्कूलों ने 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया
78वें स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले में आयोजित समारोह में नागालैंड के दो पीएम श्री स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों को विशेष मेहमान के रूप में आमंत्रित किया गया। ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन को प्रदर्शित करने वाले उदाहरणात्मक स्कूलों के रूप में स्थल बनाए गए हैं।